Edited By Ramanjot, Updated: 14 Aug, 2023 01:56 PM

बता दें कि प्रशासन ने पूरे उत्तर बिहार के लिए टॉल फ्री नंबर 1800-3456-145 जारी किया है। राज्य में बन रहे बाढ़ के हालात को लेकर जल संसाधन मंत्री संजय झा ने अलर्ट जारी किया है। इंजीनियर्स और जल संसाधन विभाग के साथ प्रशासन की टीम को मुस्तैद रहने के...
पटना (अभिषेक कुमार सिंह): नेपाल में लगातार हो रही बारिश से उत्तर बिहार में बाढ़ का खतरा बना हुआ है। सोमवार सुबह नेपाल में कोसी डैम के 56 गेट खोले गए हैं, जिससे 34 सालों बाद सबसे ज्यादा 4 लाख 52 हजार 710 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है। इससे सुपौल के 120 गांवों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। मधुबनी और बगहा में हालात बिगड़ गए है। प्रशासन लगातार नजर बनाए हुए हैं और सुरक्षा के मद्देनजर तटबंधों पर रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है।
प्रशासन की टीम को मुस्तैद रहने के निर्देश
बता दें कि प्रशासन ने पूरे उत्तर बिहार के लिए टॉल फ्री नंबर 1800-3456-145 जारी किया है। राज्य में बन रहे बाढ़ के हालात को लेकर जल संसाधन मंत्री संजय झा ने अलर्ट जारी किया है। इंजीनियर्स और जल संसाधन विभाग के साथ प्रशासन की टीम को मुस्तैद रहने के निर्देश दिए हैं। इधर, बगहा में वाल्मीकि नगर बराज के भी 36 गेट खोले गए हैं। आसपास के इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है। मधुबनी में भी कोसी नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। कोसी का पानी आसपास के इलाकों में घुसना शुरू हो चुका है। जिसको लेकर संजय झा ने कहा कि अभी हालात काबू पर हैं अभी 2008 वाली परिस्थिति नहीं बनी है, सरकार की नजर बाढ़ प्रभावित इलाकों पर पूरी तरह से बनी हुई है।
अपने-अपने क्षेत्र में निगरानी कर रहे सभी अभियंता
जल संसाधन विभाग कोसी तटबंध के मुख्य अभियंता मनोज रमण ने सोमवार को सभी अभियंता अपने-अपने क्षेत्र में निगरानी कर रहे हैं। सभी अभियंताओं का अवकाश रद्द कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि पूर्वी एवं पश्चिमी कोसी तटबंध पहले से सुरक्षित है। किसी भी बिंदु पर पानी का दबाव नहीं है। इस बाढ़ अवधि का सबसे अधिक जल रिकॉर्ड किया गया है। इस बीच मानसी रेल खंड के बीच फांनगो हाल्ट के निकट रेल पुल संख्या 47 पर रेल प्रशासन द्वारा दिन-रात निगरानी की जा रही है ताकि रेल सेवा बाधित न हो। कोसी नदी में जलस्तर वृद्धि होने के कारण रेलवे ट्रैक पर कोई खतरा ना हो सुरक्षात्मक कार्य जारी है।