Edited By Khushi, Updated: 01 Aug, 2024 11:38 AM

झारखंड विधानसभा मानसून सत्र के चौथे दिन सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद बीजेपी विधायक विधानसभा परिसर के अंदर ही बैठ गए। विधायकों ने पूरी रात सदन के अंदर ही बिताई।
रांची: झारखंड विधानसभा मानसून सत्र के चौथे दिन सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद बीजेपी विधायक विधानसभा परिसर के अंदर ही बैठ गए। यहां विधायकों ने जमकर प्रदर्शन किया।
दरअसल, विधायकों का कहना है कि मुख्यमंत्री युवाओं व अनुबंध कर्मियों के मुद्दों एवं अपने घोषणा पत्र के सारे वादे पर सदन में एक स्पष्ट जवाब नहीं देंगे तब तक भारतीय जनता पार्टी के विधायक सदन नहीं छोड़ेंगे। विपक्षी विधायकों की नाराजगी तब और बढ़ गई जब सदन के अंदर की लाइट बंद कर दी गई और उन्हें बगैर बिजली और एसी के घंटों रहना पड़ा। रात 10 बजकर 05 मिनट पर सदन से मार्शल द्वारा विधायकों को जबरन बाहर निकाले जाने के बाद सभी विधायक लॉबी में बैठ गए। बीजेपी विधायक विधानसभा परिसर के प्रवेश द्वार पर रेलवे स्टेशन की तरह जमीन पर चादर बिछाकर सो गए। सीएम हेमंत सदन पहुंचे, लेकिन विधायक फिर भी टस से मस नहीं हुए।
पूरी रात विधायकों की मच्छरों के साथ कटी। सुबह विधायकों ने विधानसभा परिसर में ही मॉर्निंग वॉक की। ऐसा पहली बार हुआ है, जब राज्य सरकार के खिलाफ विरोध करने के लिए विपक्षी विधायकों ने इस तरह प्रदर्शन किया हो। वहीं विपक्ष के इस रवैया पर मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि अभी 2 महीना का समय है जो हम लोगों ने घोषणा किया है उसके लिए अभी टाइम है। 2 महीना हम लोग उसको पूरा करेंगे और जहां तक विपक्ष की बात है तो विपक्ष कहीं भी बैठ सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार ने घोषणा पत्र में जो भी वादे किए हैं उसे वह निभाएंगे।
राजद कोटे से मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं बच गया है और अब यह चाहते हैं कि सदन के अंदर बैठे रहने से इनका वोट बैंक बढ़ेगा, लेकिन इनको पता नहीं कि इनका वोट बैंक समाप्त हो रहा है। मुख्यमंत्री ने पहले ही कहा है कि तमाम सवालों का जवाब देंगे अभी 2 दिन सदन की कार्रवाई और बचा हुआ है, लेकिन विपक्ष हंगामा कर सदन की कार्रवाई को बाधित करने में लगी रहती है। विपक्ष के पास कोई कार्य बचा हुआ नहीं है, इसलिए हाउस स्थगित होने के बाद भी सदन के अंदर बैठ गए हैं।