Edited By Nitika, Updated: 13 Aug, 2024 03:58 PM
झारखंड के बोकारो जिले से एक बेहद दिलदहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां सड़क निर्माण के लिए स्कूल गिराने पहुंची पुलिस और एनएचएआई टीम के सामने महिला ने खुद को आग लगा आत्मदाह कर लिया।
बोकारोः झारखंड के बोकारो जिले से एक बेहद दिलदहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां सड़क निर्माण के लिए स्कूल गिराने पहुंची पुलिस और एनएचएआई टीम के सामने महिला ने खुद को आग लगा आत्मदाह कर लिया।
जानकारी के अनुसार, घटना बोकारो के पेटरवार प्रखंड की है, जहां आनंद मार्ग संस्थान की ओर से संचालित एक स्कूल को भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बन रहे जैनामोड़-गोला सड़क निर्माण के लिए ध्वस्त किया जाना था। इसी क्रम में एनएचएआई और सड़क बनाने वाली कंपनी एनजी प्रोजेक्ट के साथ प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस बल स्कूल गिराने पहुंचे थे। बोकारो में स्कूल तोड़ने के विरोध में महिला ने स्वयं को जला खुदकुशी कर ली। भू अर्जन विभाग के द्वारा उक्त जमीन के लिए 4 करोड़ रुपए की मुआवजा राशि भी आवंटित की गई है, लेकिन संस्था और जमीन कब्जेदार के बीच हो रहे विवाद के कारण अभी तक मुआवजा राशि नहीं मिल सकी। महिला ने आरोप लगाया कि मुआवजा के बदले रिश्वत की मांग की जा रही थी, जिसे दे पाना मुश्किल था। इससे दुखी होकर महिला ने अपनी जान दे दी।
वहीं एनएचएआई की टीम स्थानीय प्रशासन को लेकर संबंधित कब्जेदार को समझाने गई थी। उसी दौरान एक महिला ने घर के अंदर खुद जला दिया। इसके बाद मौके पर मौजूद पुलिस और लोगों में हड़कंप मच गया। मौके पर मौजूद पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से उसे दरवाजा तोड़कर बाहर निकाला। गंभीर रूप से जल चुकी महिला को आनन फानन में स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना के बाद बेरमो एसडीएम अशोक कुमार और थाना क्षेत्र की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बेरमो एसडीएम अशोक कुमार ने बताया कि महिला द्वारा लगाए सारे आरोप बेबुनियाद है। साथ ही उन्होंने बताया कि सड़क निर्माण में मुआवजा राशि देने के लिए प्रशासन द्वारा दो सालों से प्रयास किया जा रहा है, लेकिन दो गुटों के आपसी वर्चस्व की लड़ाई में अब तक मामला उलझा हुआ है। उन्होंने कहा कि महिला ने दबाव बनाने के लिए यह कदम उठाया है, जिसकी जांच की जा रही है।