Edited By Ramanjot, Updated: 09 Jul, 2024 10:55 AM

रांची: झारखंड के पू्र्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को हेमंत सरकार की कैबिनेट में मंत्री पद हासिल हो चुका है। चंपई सोरेन ने अपने कार्यकाल में जिस दृढ़ता से कार्यभार संभाला वह आईने की तरह साफ है। सोरेन को सीएम पद से हटाने के लिए जो सियासत हुई है उससे सभी...
रांची: झारखंड के पू्र्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को हेमंत सरकार की कैबिनेट में मंत्री पद हासिल हो चुका है। चंपई सोरेन ने अपने कार्यकाल में जिस दृढ़ता से कार्यभार संभाला वह आईने की तरह साफ है। सोरेन को सीएम पद से हटाने के लिए जो सियासत हुई है उससे सभी वाकिफ है। इसी बीच हेमंत सरकार द्वारा विश्वास मत हासिल करने के बाद चंपई सोरेन ने रिएक्शन देते हुए कहा कि उनका मुख्यमंत्री के रूप में पांच माह का कार्यकाल आईने की तरह साफ है। मंत्रिमंडल में पद मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह झारखंड मुक्ति मोर्चा और महागठबंधन का विषय है।
विधानसभा चुनाव नजदीक होने के बाद भी नेतृत्व परिवर्तन हुआ है, इस पर चंपई सोरेन ने कहा कि वर्ष 2019 के चुनाव में राज्य की जनता ने हेमंत बाबू को पांच वर्ष के लिए जनादेश दिया था, लेकिन ऐसी राजनीतिक स्थिति लाई गई कि बीच में ही नेतृत्व परिवर्तन कर उन्हें मुझे ( चंपई सोरेन) मुख्यमंत्री बनाना पड़ा। उन्होंने कहा कि जब जमानत के बाद हेमंत सोरेन हमारे बीच हैं तो स्वाभाविक रूप से उन्हें ही मुख्यमंत्री होना चाहिए। इससे पहले उन्होंने सदन में सरकार के समर्थन में बोलते हुए कहा कि जो लोग डेमोग्राफी बदलने की बात कह रहे हैं, उन्हें पता होना चाहिए कि राज्य में आदिवासी कम हो रहे हैं। राज्य में भाजपा द्वारा लंबे समय तक शासन करने के बाद भी कोई बदलाव नहीं आया है।
बता दें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को विधानसभा के विशेष सेशन के दौरान आसानी से बहुमत हासिल कर दिखाया। विश्वास मत के दौरान उनके समर्थन में कुल 45 विधायकों के मत पड़े।