Edited By Khushi, Updated: 02 Aug, 2024 04:47 PM
असम के मुख्यमंत्री सह झारखंड बीजेपी प्रभारी हेमंत बिस्वा सरमा ने जमशेदपुर परिसदन में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि झारखंड में घुसपैठ बंद नहीं हुआ तो झारखंड खत्म हो जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार एक- एक घुसपैठियों को हटाने का काम करेंगी,...
रांची: असम के मुख्यमंत्री सह झारखंड बीजेपी प्रभारी हेमंत बिस्वा सरमा ने जमशेदपुर परिसदन में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि झारखंड में घुसपैठ बंद नहीं हुआ तो झारखंड खत्म हो जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार एक- एक घुसपैठियों को हटाने का काम करेंगी, हेमंत सोरेन लिख कर दें तो उनको धन्यवाद दूंगा।
"30 साल बाद घुसपैठिये सदन में बैठेंगे"
हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि ''घुसपैठियों की आमद रोकना केंद्र की जिम्मेदारी होगी, तभी जब अंदर कोई घुसपैठिया न हो। अगर यह जिम्मेदारी दी जाए तो हमें बहुत खुशी होगी अगर झारखंड सरकार हमें लिख के दे कि राज्य से घुसपैठियों को बाहर निकालना केंद्र की जिम्मेदारी है और राज्य सरकार सहयोग करेगी, तो मैं हेमंत सोरेन को हीरो कहूंगा।'' हिमंत बिस्वा ने आगे कहा कि मैंने देखा कि गैबथान (पाकुड़) में घुसपैठियों ने हमारे आदिवासियों की जमीन पर कब्जा कर लिया है। 2015 में कोर्ट ने आदेश दिया था कि आदिवासियों की जमीन वापस किया जाए, लेकिन प्रशासन ने कुछ नहीं किया। राजनीति जारी रहेगी, सरकारें आएंगी और जाएंगी, लेकिन राज्य को बचाना सभी दलों की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि मैं हेमंत सोरेन से आग्रह करूंगा कि घुसपैठियों के मुद्दे को नजरअंदाज न करें। आप इस मुद्दे को नजरअंदाज कर रहे हैं, यकीन मानिए कि 30 साल बाद घुसपैठिये सदन में बैठेंगे और झारखंड के मुख्यमंत्री उनके सामने आत्मसमर्पण कर बैठेंगे।
"मैं पूरी कोशिश करूंगा कि झारखंड में BJP की सरकार बने"
हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि मैं पूरी कोशिश करूंगा कि (राज्य में) मेरी (भाजपा) सरकार बने, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि घुसपैठिए कैसे आते हैं? हमारे लोग उन्हें अनजाने में आश्रय देते हैं, यह मामला आगे बढ़ता रहता है, सबसे पहले, इस मुद्दे पर एक आम सहमति बनाने की जरूरत है कि यह एक खतरनाक प्रवृत्ति है कि आप (पत्रकारों) की एक टीम को असम आकर देखना चाहिए कि यह प्रवृत्ति कितनी खतरनाक है। एक बार झारखंड के लोगों में यह भावना आ जाये कि वे घुसपैठियों को नहीं आने देंगे, तो यह धीमा हो जायेगा। इसलिए, मैं झारखंड के पत्रकारों से आग्रह करूंगा कि आप एक दिन असम आएं और आप समझ जाएंगे कि घुसपैठिए कैसे आते हैं। मैंने असम का पैटर्न पाकुड़ में देखा है।'' जाति जनगणना पर हेमंत बिस्वा सरमा ने राहुल गांधी को कहा कि पहले अपनी जाति बताएं, प्रधानमंत्री और अमित शाह की जाति पूछी जाति है, पहले राहुल अपनी जाति बताएं, फिर जनगणना होगी। वहीं जमशेदपुर मे कार्यकर्ताओ के साथ बैठक को लेकर कहा कि जीत का मंत्र देने का काम करूंगा।
सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि रेडिसन ब्लू होटल में पूर्व विधायक लोबिन हेंब्रम से असम के मुख्यमंत्री हेमंता विश्व सरमा की मुलाकात हुई। ज्ञात हो विधानसभा की सदस्यता रद्द होने के बाद लोबिन हेंब्रम जेएमएम से अलग-थलग पड़ गए हैं। हेमंता विश्व सरमा से मुलाकात के बाद अटकलों का बाजार गर्म हो गया है।