Edited By Diksha kanojia, Updated: 25 Jan, 2022 07:53 PM
दरअसल, शनिवार को खदान में नहाते समय सूरज पत्नी की नजरों के सामने डूब गया था। उसकी पत्नी मैसी मालतो के शोर मचाने पर ग्रामीण दौड़े आए और उसे ढूंढने की हर संभव कोशिश दिन ढलने तक की। यही स्थिति सोमवार तक कायम रही।
पाकुड़ः झारखंड के पाकुड़ जिले में हिरणपुर प्रखंड के वीरग्राम में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम ने केसीसी बिल्डकॉन की बंद पत्थर खदान में डूबे सूरज मालतो का शव आखिरकार आज चौथे दिन दोपहर बाद बाहर निकाल लिया।
दरअसल, शनिवार को खदान में नहाते समय सूरज पत्नी की नजरों के सामने डूब गया था। उसकी पत्नी मैसी मालतो के शोर मचाने पर ग्रामीण दौड़े आए और उसे ढूंढने की हर संभव कोशिश दिन ढलने तक की। यही स्थिति सोमवार तक कायम रही। आखिरकार प्रशासन की पहल पर देवघर से 15 सदस्यीय एनडीआरएफ की टीम मंगलवार को मौके पर पहुंची। टीम ने सूरज का शव पानी से निकाला। सूरज के परिजन सहित ग्रामीणों ने शव की बरामदगी तथा मुआवजा की मांग को ले रविवार से ही हिरणपुर- बरहड़वा मुख्य पथ को जाम कर रखा था।
पुलिस ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए पाकुड़ सदर अस्पताल ले जाया गया है। मृतक साहिबगंज जिले के रांगा थाना क्षेत्र के लकड़ापहाड़ी गांव का निवासी था। वह पाकुड़ जिले के पड़ोसी गांव वीरग्राम स्थित बंद पत्थर खदान में रोज की तरह अपनी पत्नी के साथ नहाने गया था। एनडीआरएफ टीम के साथ मौके पर हिरणपुर सीओ मनोज कुमार, थाना प्रभारी मदन कुमार सदल बल मौके पर मौजूद थे।