Edited By Khushi, Updated: 04 May, 2025 06:39 PM

रांची: झारखंड में आजसू के केंद्रीय अध्यक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश महतो ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखकर अफ्रीका के नाइजर में एक आतंकी समूह द्वारा अपहृत झारखंडवासी 5 श्रमिकों की तत्काल और सुरक्षित रिहाई के लिए केंद्र सरकार से...
रांची: झारखंड में आजसू के केंद्रीय अध्यक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश महतो ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखकर अफ्रीका के नाइजर में एक आतंकी समूह द्वारा अपहृत झारखंडवासी 5 श्रमिकों की तत्काल और सुरक्षित रिहाई के लिए केंद्र सरकार से हस्तक्षेप का आग्रह किया है। इस पत्र के माध्यम से महतो ने इस संकट की गंभीरता की ओर गृह मंत्री का ध्यान आकर्षित किया है और कहा है कि झारखंड के गिरिडीह जिले के बगोदर निवासी पांच श्रमिकों का नाइजर की राजधानी नियामे से 115 किमी दूर कल्पतरु प्रोजेक्ट्स लिमिटेड नामक कंपनी के कार्य स्थल से 25 अप्रैल को अपहरण कर लिया गया है। महतो ने कहा कि ये नागरिक अपने जीविकोपार्जन और परिवार के भविष्य के लिए नाइजर में कार्यरत थे। यह घटना न केवल इन नागरिकों और उनके परिवारों के लिए एक त्रासदी है, बल्कि यह विदेशों में 1 कार्यरत भारतीयों की सुरक्षा के प्रश्न को भी उजागर करती है।
उल्लेखनीय है कि आजसू पार्टी लगातार इस संबंध में केंद्र सरकार तथा नाइजर दूतावास पर दबाव बनाए हुए है। आजसू विधायक निर्मल महतो, पूर्व विधायक डॉ लंबोदर महतो तथा संजय मेहता ने भी कल अपहृत श्रमिकों के परिजनों से बगोदर में मुलाकात की थी और श्रमिकों की रिहाई के लिए आजसू पार्टी के प्रयासों से अवगत करवाया। पत्र में सुदेश महतो ने लिखा है कि ये 5 झारखंडवासी हमारे राज्य का गौरव हैं। उनका अपहरण न केवल उनके परिवारों के लिए, बल्कि पूरे झारखंड के लिए एक गहरा आघात है। सुदेश महतो ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से अपील की है कि भारत सरकार इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करे और नाइजर सरकार के साथ समन्वय स्थापित कर इन नागरिकों की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करे। महतो ने कहा है कि इस घटना ने विदेशों में कार्यरत झारखंडवासियों की सुरक्षा के लिए नीतिगत सुधारों की आवश्यकता को उजागर किया है। उन्होंने झारखंड की जनता से अपील की है कि वे इस मुद्दे पर एकजुट हों और केंद्र सरकार पर दबाव बनाएं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। महतो ने कहा, 'यह केवल 5 श्रमिकों की बात नहीं है, यह हमारे राज्य के सम्मान और हमारे लोगों की सुरक्षा की बात है। हमारी सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि विदेशों में कार्यरत प्रत्येक भारतीय, विशेष रूप से झारखंडवासी, सुरक्षित हों।
महतो ने कहा कि हम इस मुद्दे को लेकर जनता के बीच जागरूकता फैलाएंगे। गृह मंत्री को लिखे पत्र में महतो ने केंद्र सरकार से निम्नलिखित मांगें रखी हैं। नाइजर सरकार के साथ कूटनीतिक और रणनीतिक स्तर पर बातचीत कर अपहृत नागरिकों की रिहाई सुनिश्चित करना। अपहृत नागरिकों के परिवारों को नियमित अपडेट प्रदान करना और उनकी भावनात्मक व मनोवैज्ञानिक सहायता सुनिश्चित करना। विदेशों में कार्यरत भारतीयों, विशेष रूप से झारखंडवासियों, की सुरक्षा के लिए दीर्घकालिक नीतियां बनाना। महतो ने विश्वास जताया कि गृह मंत्री अमित शाह इस मामले को सर्वोच्च प्राथमिकता देंगे। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की ताकत और कूटनीतिक क्षमता विश्व विख्यात है। पूर्ण विश्वास है कि हमारे गृह मंत्री के नेतृत्व में ये नागरिक जल्द ही अपने परिवारों के पास सुरक्षित लौटेंगे। महतो ने अपहृत नागरिकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और उन्हें आश्वासन दिया कि आजसू और झारखंड की जनता उनके साथ खड़ी है। उन्होंने कहा, 'हम आपके दुख में आपके साथ हैं। हमारा हर प्रयास आपके अपनों को सुरक्षित वापस लाने के लिए होगा।