Edited By Khushi, Updated: 17 Mar, 2023 03:41 PM
झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में उस वक्त हड़कंप मच गया जब चलती ट्रेन में एक युवक की मौत हो गई।
पश्चिमी सिंहभूम: झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में उस वक्त हड़कंप मच गया जब चलती ट्रेन में एक युवक की मौत हो गई। हैरान कर देने वाली बात ये है कि युवक की मदद करने न तो पुलिस आई, न टीटीई आया।
ट्रेन में युवक की मौत
मामला जिले के चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन का है। बताया जा रहा है कि बीते मंगलवार को 38 वर्षीय पपलू नामक युवक साउथ बिहार एक्सप्रेस में यात्रा कर रहा था। इस दौरान अचानक झारसुगुड़ा रेलवे स्टेशन के पास उसकी तबीयत बिगड़ गई। आस-पास बैठे यात्रियों ने इसकी सूचना ऑन ड्यूटी टीटीई को दी और चिकित्सा सुविधा की मांग की, लेकिन टीटीई पपलू को ऊपर वाले बर्थ में जाकर सो जाने को कह कर चला गया। थोड़ी ही देर बाद पपलू दास बेहोश हो गया। ट्रेन के राउरकेला स्टेशन पहुंचने पर यात्रियों ने इसकी शिकायत की, लेकिन रेलवे कर्मचारियों ने उनकी बातों को अनसुना कर दिया। इसके बाद ट्रेन राउरकेला से चलकर चक्रधरपुर पहुंच गई। वहां रेलवे अस्पताल के डॉक्टर रश्मि पांडे ने यात्री की जांच की, लेकिन तब तक युवक की मौत हो चुकी थी। फिर शव को चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन में ही उतार दिया गया।
यात्रियों ने किया जमकर हंगामा
मामले में यात्रियों का कहना है कि पपलू दास को मिर्गी का दौरा पड़ गया था। सूचना देने के बावजूद न तो पुलिस आई और न ही टीटीई ने चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाई। वहीं, मृतक के पास से एक बैग बरामद किया गया। बैग से मिले उसके आधार कार्ड से उसकी पहचान सहरसा निवासी पपलू दास के रूप में की गई। पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। उधर, रेलवे द्वारा बरती गई लापरवाही के खिलाफ यात्रियों ने चक्रधरपुर में खूब हंगामा किया। उन्होंने कहा कि समय पर अगर उसे चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाई गई होती तो शायद वह बच जाता। यात्रियों ने बताया कि झारसुगुड़ा से लेकर चक्रधरपुर तक (200 किलोमीटर) उन्हें लाश के साथ ही यात्रा करनी पड़ी।