Edited By Ramanjot, Updated: 11 Mar, 2025 06:43 PM

राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय औरंगाबाद (GEC Aurangabad) के स्टार्टअप सेल के तीन स्टार्टअप्स को बिहार सरकार के उद्योग विभाग (स्टार्टअप बिहार) से 10.10 लाख रुपये का सीड फंड प्राप्त हुआ है।
पटना: राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय औरंगाबाद (GEC Aurangabad) के स्टार्टअप सेल के तीन स्टार्टअप्स को बिहार सरकार के उद्योग विभाग (स्टार्टअप बिहार) से 10.10 लाख रुपये का सीड फंड प्राप्त हुआ है। इन स्टार्टअप्स ने अपने नवाचार और तकनीकी समाधानों के दम पर यह उपलब्धि हासिल की है, जिससे बिहार में इनोवेशन और उद्यमिता को नया आयाम मिला है।
नवाचार के क्षेत्र में बड़ा कदम
सीड फंड प्राप्त करने वाले तीन स्टार्टअप्स ने अलग-अलग क्षेत्रों में अपने इनोवेटिव आइडियाज को विकसित किया है:
LMNC Custom Feet Apparel – इस स्टार्टअप के फाउंडर अनीस ओझा हैं। यह स्टार्टअप व्यक्तिगत माप के अनुसार कस्टमाइज्ड कपड़े तैयार करने की तकनीक विकसित कर रहा है, जिससे ग्राहकों को पूरी तरह फिटिंग वाले और अनुकूलित परिधान मिल सकें।
3D Shine – इस स्टार्टअप के फाउंडर अभिषेक चौरहा हैं। यह स्टार्टअप दंत चिकित्सा के क्षेत्र में नई तकनीक को विकसित कर रहा है, जिससे दंत उपचार अधिक प्रभावी, किफायती और सुलभ हो सके।
Drone Technology for Farming & Quick Commerce – इसके फाउंडर विकास कुमार हैं। यह स्टार्टअप खेती और त्वरित डिलीवरी (Quick Commerce) के लिए ड्रोन तकनीक का उपयोग कर इनोवेटिव समाधान तैयार कर रहा है। यह स्टार्टअप कृषि क्षेत्र में ऑटोमेशन और स्मार्ट फार्मिंग को बढ़ावा देगा।
स्टार्टअप सेल की बड़ी उपलब्धि
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. प्रशांत मणि ने इस उपलब्धि पर स्टार्टअप्स और स्टार्टअप सेल की पूरी टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि बिहार में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए यह स्टार्टअप सेल एक उत्प्रेरक (Catalyst) की भूमिका निभा रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि इस तरह की पहल "विकसित भारत" के संकल्प को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
स्टार्टअप सेल इंचार्ज प्रो. आनंद राज ने बताया कि अब तक स्टार्टअप सेल औरंगाबाद के मेंटरशिप में कुल 10 स्टार्टअप्स को बिहार सरकार से सीड फंड प्राप्त हो चुका है। स्टार्टअप सेल युवाओं को उनके आइडिया स्टेज से लेकर बिज़नेस मॉडल, प्रोटोटाइप डेवलपमेंट, पिच डेक बनाने और मार्केटिंग रिसर्च में सहयोग कर फंडिंग दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह पहल न केवल बिहार के युवा उद्यमियों को आगे बढ़ाने का मंच दे रही है बल्कि राज्य में स्टार्टअप इकोसिस्टम को मजबूत करने में भी योगदान कर रही है।