Edited By Swati Sharma, Updated: 17 Aug, 2024 01:26 PM
कोलकाता में डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के मामले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस जघन्य अपराध के विरोध में लोग 24 घंटे लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। विभिन्न शहरों में लोग इस घटना के खिलाफ सड़कों पर उतरकर न्याय की मांग कर रहे हैं। इसी कड़ी में...
पटनाः कोलकाता में डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के मामले ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस जघन्य अपराध के विरोध में लोग 24 घंटे लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। विभिन्न शहरों में लोग इस घटना के खिलाफ सड़कों पर उतरकर न्याय की मांग कर रहे हैं। इसी कड़ी में पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (IGIMS) में भी विरोध की आवाज़ बुलंद हुई, जहां बीती रात डॉ. सौम्या सिन्हा के नेतृत्व में चिकित्सकों द्वारा कैंडल मार्च का आयोजन किया गया।
कैंडल मार्च में IGIMS के सैकड़ों चिकित्सक और मेडिकल छात्र हुए शामिल
कैंडल मार्च में IGIMS के सैकड़ों चिकित्सक और मेडिकल छात्र शामिल हुए। सभी ने हाथों में मोमबत्तियां लेकर शांतिपूर्ण ढंग से इस बर्बर घटना की निंदा की और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। मार्च के दौरान डॉक्टरों ने एक स्वर में कहा कि इस तरह की घटनाएं समाज में चिकित्सा पेशे के प्रति विश्वास को चोट पहुंचाती हैं और इस पर तुरंत रोक लगनी चाहिए। डॉ. सौम्या सिन्हा ने मार्च का नेतृत्व करते हुए कहा, "हम इस घृणित अपराध के खिलाफ खड़े हैं और इसे अंजाम देने वालों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। इस तरह की घटनाएं केवल एक व्यक्ति पर नहीं, बल्कि पूरे चिकित्सा जगत पर हमला हैं। हमें अपनी साथी डॉक्टरों की सुरक्षा और सम्मान के लिए एकजुट होकर आवाज उठानी होगी।"
चिकित्सकों ने समाज में महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान की मांग की
कैंडल मार्च के दौरान चिकित्सकों ने समाज में महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान की मांग की। उन्होंने यह भी कहा कि चिकित्सा पेशे से जुड़े लोगों के लिए सुरक्षा के मजबूत उपाय किए जाने चाहिए ताकि वे बिना डर के अपने कर्तव्यों का पालन कर सकें। इस विरोध प्रदर्शन का उद्देश्य न केवल दोषियों को सजा दिलाने का है, बल्कि समाज में यह संदेश भी देना है कि इस तरह की अमानवीय घटनाओं के खिलाफ सभी को एकजुट होना होगा। IGIMS का यह कैंडल मार्च इस बात का प्रतीक बन गया है कि देशभर के चिकित्सक अपने सहयोगियों के साथ खड़े हैं और उनके न्याय के लिए संघर्षरत हैं।