Edited By Ramanjot, Updated: 05 Sep, 2020 04:37 PM
बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक पार्टियां जनता तो लुभाने में जुट गई हैं। विपक्ष और सत्तापक्ष दोनों ही तरह-तरह के वादे कर रहे हैं। जहां पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किसी दलित की हत्या होने पर उसके परिजन को नौकरी देने का ऐलान किया।
पटनाः बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक पार्टियां जनता तो लुभाने में जुट गई हैं। विपक्ष और सत्तापक्ष दोनों ही तरह-तरह के वादे कर रहे हैं। जहां पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किसी दलित की हत्या होने पर उसके परिजन को नौकरी देने का ऐलान किया। वहीं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बड़ा वादा करते हुए कहा है कि हमारी सरकार आई तो खाली पड़े 4.5 लाख पदों की बहाली होगी।
तेजस्वी पत्रकारों से बातचीत में कहा, “चूंकि, चुनाव नजदीक हैं। नीतीश कुमार ने बिहार में मारे गए SC/ST लोगों के बच्चों को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया। पर OBC या फिर सामान्य वर्ग के जो लोग मारे गए, उनकी संतानों को नौकरी क्यों नहीं दी जा रही? यह SC/ST लोगों की हत्या को प्रोत्साहित करने जैसा है।” उन्होंने नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बिहार में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है, जिसकी दर 46 प्रतिशत है।
दरअसल, तेजस्वी यादव बेरोगजारी को लेकर नीतीश सरकार पर लगातार सवाल उठाते रहे हैं। वहीं अब बेरोजगारी को लेकर तेजस्वी आंदोलन की शुरुआत करने जा रहे हैं, जिसके लिए उन्होंने एक पोर्टल भी लॉन्च किया है। पोर्टल का नाम www.बेरोजगारी हटाओ.co.in रखा है। साथ ही उन्होंने एक टोल फ्री नंबर भी जारी किया है। तेजस्वी ने कहा कि कोई भी इस वेबसाइट पर नौकरी के लिए आवेदन कर सकता है। इसके बाद पार्टी उसकी सूची तैयार करेगी और सरकार बनने के बाद बिहार सरकार में खाली स्वास्थ्य, शिक्षा और पुलिस में पदों की बहाली होगी।