बिहार के 1.55 करोड़ परिवार का आयुष्मान कार्ड बन चुका, 10 महीने में 2.70 करोड़ कार्ड बनाया जाएगाः मंगल पांडेय

Edited By Mamta Yadav, Updated: 09 Dec, 2024 12:58 AM

ayushman cards of 1 55 crore families of bihar have been made mangal pandey

सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित पुस्तक मेला-2024 में बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जनआरोग्य योजना के प्रति जागरूकता...

Patna News: सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित पुस्तक मेला-2024 में बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जनआरोग्य योजना के प्रति जागरूकता बढ़ाने हेतु जागरूकता स्टॉल और बिहार एड्स नियंत्रण समिति के द्वारा लगाए गए एचआईवी जागरूकता, परामर्श एवं जांच स्टॉल का उद्घाटन किया। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने को लिए निरंतर कार्य कर रहा है।

पांडेय ने कहा कि यह जागरूकता स्टॉल 17 दिसंबर 2024 तक मेला स्थल पर कार्यरत रहेगा। स्टॉल के माध्यम से आगंतुकों को योजनाओं के लाभों की जानकारी दी जा रही है और उनका आयुष्मान कार्ड अथवा आयुष्मान वयवंदना कार्ड भी मौके पर ही बनाया जा रहा है। राज्य में 179 करोड़ परिवार को योजना का लाभ मिलना है, जिसमें से 1.55 करोड़ परिवार तक आयुष्मान कार्ड पहुंचाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि 3.60 करोड़ लोगों के कार्ड बनाए जा चुके हैं। पिछले 10 महीन में 2.70 करोड़ कार्ड बनाए गए हैं। इस स्टॉल पर विशेषज्ञ टीम आगंतुकों को योजनाओं की पात्रता. पंजीकरण प्रक्रिया और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान कर रही है। इसके साथ ही लाभार्थियों को योजनाओं का सीधा लाभ दिलाने हेतु ऑन द स्पॉट कार्ड निर्माण की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है।

उन्होंने कहा कि गरीब परिवार के बुजुर्गों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी ने इस योजना को 29 अक्टूबर 2024 से आरंभ किया। बिहार में इससे लगभग 38 लाख लाभार्थी को फायदा मिलेगा। इस योजना में 70 साल या उससे अधिक उम्र के सभी वरिष्ठ नागरिकों के लिए आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा, चाहे उनकी आर्थिक स्थिति कैसी भी हो देश के किसी भी मान्यता प्राप्त सरकारी या प्राइवेट अस्पताल में 5 लाख तक इलाज करवा सकता है। आयुष्मान भारत योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के माध्यम से हम प्रदेश के नागरिकों को उन्नत स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एचआईवी जागरूकता परामर्श एवं जांच स्टॉल पर मुफ्त में की जा रही है। स्टॉल पर एक लैब टेक्नीशियन और एक परामर्शदाता को नियुक्त किया गया है, जो लोगों की एचआईवी जांच मुफ्त में कर रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने पुस्तक मेला में राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार क द्वारा लगाए गए स्वास्थ्य शिविर का भी निरीक्षण किया। इस कार्यक्रम में शशांक शेखर सिन्हा, सी.ई.ओ. बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति के साथ अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।

Related Story

Trending Topics

Afghanistan

134/10

20.0

India

181/8

20.0

India win by 47 runs

RR 6.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!