Edited By Ramanjot, Updated: 10 Nov, 2020 08:32 AM
कांग्रेस ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर कई टीवी चैनलों के एग्जिट पोल में विपक्षी महागठबंधन को बढ़त की भविष्यवाणी के मद्देनजर ‘गड़बड़ी'' की आशंका जताई है। इसके लिए उन्होंने अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को सभी 38 जिलों में भेजने के साथ उनसे स्ट्रॉन्ग...
पटनाः कांग्रेस ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर कई टीवी चैनलों के एग्जिट पोल में विपक्षी महागठबंधन को बढ़त की भविष्यवाणी के मद्देनजर ‘गड़बड़ी' की आशंका जताई है। इसके लिए उन्होंने अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को सभी 38 जिलों में भेजने के साथ उनसे स्ट्रॉन्ग रुम में रखी गई ईवीएम की सुरक्षा के लिए सजग और सतर्क रहने को कहा है।
बिहार विधानसभा की 243 सीटों के लिए चुनाव तीन चरणों में 28 अक्टूबर (71 सीट), तीन नवंबर (94 सीट) और सात नवंबर (78 सीट) को संपन्न हुआ था और मतगणना 10 नवंबर को है। एग्जिट पोल के अनुमानों से उत्साहित कांग्रेस ने संभवत: सहयोगी दलों के साथ उचित तालमेल सहित परिणाम आने के बाद अपने विधायकों को भी एकजुट रखने के लिए अपने वरिष्ठ नेताओं रणदीप सुरजेवाला और बीपीसीसी स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अविनाश पांडेय को पटना भेजा है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौर ने बताया कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, झारखंड के मंत्री बन्ना गुप्ता, राजस्थान के दो मंत्री राजेंद्र यादव और रघु शर्मा और पंजाब के विधायक गुरकीरत सिंह कोटल भी पटना में हैं।
बिहार विधान परिषद में कांग्रेस सदस्य प्रेम चंद्र मिश्रा ने अपनी पार्टी द्वारा प्रत्येक जिलों में मतगणना के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाने की मीडिया रिपोर्ट को खारिज करते बताया, “लोगों ने इसे गलत समझा है। ऐसा नहीं है ... विभिन्न जिलों से संबंधित और पटना में रहने वाले पार्टी नेताओं को अपने संबंधित जिला मुख्यालय शहर में रहने और ईवीएम की सुरक्षा के लिए अपने जिलों में स्ट्रॉन्ग रुम पर कड़ी निगरानी रखने के लिए कहा गया है”। मिश्रा ने कहा कि एक्जिट पोल में परिणाम के महागठबंधन के पक्ष में होने की भविष्याणी के मद्देनजर लोगों (सत्ता पक्ष) द्वारा गड़बड़ी किए जाने की आशंका को लेकर ईवीएम की सुरक्षा के लिए स्ट्रॉन्ग रुम पर चौबीसों घंटे नजर रखने को पार्टी नेताओं से कहा गया है।