Edited By Swati Sharma, Updated: 05 Oct, 2024 01:54 PM
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न दिए जाने की मांग करते हुए जनता दल (यूनाइटेड) ने शनिवार को राजधानी पटना में कई स्थानों पर पोस्टर लगाए। ऐसा ही एक पोस्टर बीरचंद पटेल मार्ग स्थित जद(यू) कार्यालय के प्रवेश...
पटना (अभिषेक कुमार सिंह): बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न दिए जाने की मांग करते हुए जनता दल (यूनाइटेड) ने शनिवार को राजधानी पटना में कई स्थानों पर पोस्टर लगाए। ऐसा ही एक पोस्टर बीरचंद पटेल मार्ग स्थित जद(यू) कार्यालय के प्रवेश द्वार के ठीक बगल में देखा गया, जहां संयोग से पार्टी प्रमुख नीतीश कुमार राज्य कार्यकारिणी की बैठक में भाग ले रहे थे।
पोस्टर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बड़ी तस्वीर है और उनके साथ तमाम जदयू के बड़े नेताओं की भी तस्वीर लगाई गई हैं। पोस्टर में लिखा गया है कि प्रख्यात समाजवादी बिहार के विकास पुरुष माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भारत रत्न दिया जाए। यह पोस्टर जदयू नेता छोटू सिंह के द्वारा लगाया गया है। अब देखना होगा कि पोस्टर के बहाने बिहार की सियासत कहां तक जाती है।
बता दें कि नीतीश कुमार राज्य के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले व्यक्ति हैं, जो 2005 से राज्य में सत्ता की सर्वोच्च कुर्सी पर हैं, सिवाय कुछ महीनों के जब जीतन राम मांझी ने यह पद संभाला था। बिहार में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में नीतीश ही संभवत: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का नेतृत्व करेंगे। नीतीश पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में कृषि और रेल मंत्री भी रह चुके हैं। इस बीच, विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने जद(यू) और उसकी सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच दरार डालने की कोशिश की तथा भाजपा पर गड़बड़ी करने का आरोप लगाया। राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने दावा करते हुए कहा, ‘‘नीतीश कुमार पर भाजपा की ओर से कुर्सी खाली करने का दबाव है। इस समस्या का समाधान निकालने के लिए जद(यू) की बैठक बुलाई गई है। भारत रत्न की मांग करने वाले पोस्टर इस बात का सबूत हैं कि पार्टी में अव्यवस्था है।''