Edited By Ramanjot, Updated: 08 Aug, 2022 12:53 PM
बता दें कि जदयू और भाजपा के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है, लेकिन दोनों पार्टियां इस बात को स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं। जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई नीति आयोग की बैठक में शामिल नहीं हुए तो वहीं जदयू...
पटनाः बिहार एनडीए में इन दिनों में सियासी घमाचान मचा हुआ है। भाजपा और जदयू के बीच खूब खींचतान हो रही है। इसी बीच राज्य के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने का समय मांगा है। इस दौरान बिहार की राजनीतिक हालत पर चर्चा हो सकती है। वहीं इस मुलाकात के बाद बड़े उलटफेर के कयास भी लगाए जा रहे हैं।
बता दें कि जदयू और भाजपा के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है, लेकिन दोनों पार्टियां इस बात को स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं। जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई नीति आयोग की बैठक में शामिल नहीं हुए तो वहीं जदयू ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि वह फिर से केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल नहीं होगी। हालांकि, जदयू ने अपनी सहयोगी भाजपा के साथ अनबन की अटकलों को खारिज करते हुए उसके साथ सब कुछ ठीक होने का दावा किया है।
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन ने नीति आयोग की बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अनुपस्थिति को लेकर किए गए सवाल पर कहा, ‘‘आपको मुख्यमंत्री से इस बारे में पूछना चाहिए।'' वहीं इस मामले में मुख्यमंत्री के करीबी सूत्रों का कहना है कि कोरोना वायरस से संक्रमण के बाद की अपनी शारीरिक कमजोरी का हवाला देते हुए नीतीश ने उक्त बैठक में शामिल होने पर असमर्थता जताई है। गौरतलब है कि उथल पुथल के बीच कांग्रेस के अलावा ने आरजेडी, जेडीयू और हिंदुस्तान आवाम मोर्चा ने भी अपने विधायकों की एक बैठक बुलाई है।