Edited By Ramanjot, Updated: 07 Aug, 2022 11:09 AM
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की इस साल मई में हुई परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक होने की जांच के सिलसिले में निलंबित डीएसपी की भूमिका पहले से ही ईओयू की जांच के दायरे में है। प्रश्न पत्र लीक मामले में उन्हें पिछले महीने ईओयू ने गिरफ्तार किया था और अब...
पटनाः बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने आय से अधिक संपत्ति (डीए) मामले की जांच के तहत शनिवार को निलंबित पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) रंजीत कुमार रजक से जुड़े परिसरों की तलाशी ली।
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की इस साल मई में हुई परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक होने की जांच के सिलसिले में निलंबित डीएसपी की भूमिका पहले से ही ईओयू की जांच के दायरे में है। प्रश्न पत्र लीक मामले में उन्हें पिछले महीने ईओयू ने गिरफ्तार किया था और अब वह न्यायिक हिरासत में हैं। ईओयू की ओर से शनिवार को जारी बयान के मुताबिक, ‘‘आर्थिक अपराध इकाई ने रजक के खिलाफ डीए का नया मामला दर्ज किया है। तलाशी के दौरान बरामद दस्तावेज और जांचकर्ताओं द्वारा एकत्र किए गए अन्य सबूतों से पता चलता है कि लोक सेवक ने चल और अचल संपत्तियों के रूप में अपने नाम पर और अपनी पत्नी, मां और परिवार के अन्य सदस्यों के नाम पर बड़ी संपत्ति अर्जित की।''
ये संपत्ति उसकी आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक है। आय से अधिक संपत्ति 63.79 लाख रुपए की है, जो उनकी आय के ज्ञात स्रोतों से 81.9 प्रतिशत अधिक है। ईओयू ने कहा, ‘‘पटना, कटिहार और अररिया जिलों में रजक से जुड़े चार परिसरों की तलाशी ली गई। एजेंसी के अधिकारियों ने कई महत्वपूर्ण सबूत और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए हैं।''