गिरिराज सिंह ने कहा- बिहार में प्रस्तावित जाति जनगणना में ‘‘घुसपैठियों' को रखा जाना चाहिए बाहर

Edited By Ramanjot, Updated: 02 Jun, 2022 10:08 AM

intruders should be excluded in proposed caste census in bihar giriraj singh

भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने के लिए उत्तर बिहार के इस शहर आए भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने देश में धर्मांतरण रोधी मजबूत कानून की जरूरत बताते हुए कहा कि ‘‘अल्पसंख्यक'''' शब्द के इस्तेमाल को खत्म करने और विदेशी आक्रमणकारियों द्वारा...

कटिहारः केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बुधवार को कहा कि बिहार में प्रस्तावित जाति आधारित जनगणना में ‘‘बांग्लादेशियों'' और ‘‘रोहिंग्या'' जैसे ‘‘घुसपैठियों'' को ‘‘तुष्टिकरण की राजनीति'' के तहत स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए बल्कि इन्हें उससे बाहर रखा जाना चाहिए।

भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने के लिए उत्तर बिहार के इस शहर आए भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने देश में धर्मांतरण रोधी मजबूत कानून की जरूरत बताते हुए कहा कि ‘‘अल्पसंख्यक'' शब्द के इस्तेमाल को खत्म करने और विदेशी आक्रमणकारियों द्वारा उत्पीड़न के प्रतीक सभी चिह्नों को मिटाने की जरुरत है, जैसे वाराणसी में ज्ञानवानी मस्जिद। बिहार के बेगूसराय लोकसभा सीट से सांसद सिंह ने पत्रकारों के साथ ज्वलंत मुद्दों पर अपनी व्यक्तिगत राय पार्टी के कई सहयोगियों की मौजूदगी में साझा की।


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में होने वाली सर्वदलीय बैठक से कुछ घंटे पहले केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह राज्य सरकार के इस कदम के पूर्ण समर्थन में हैं। उन्होंने कहा कि पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण का लाभ उठाने वाले मुसलमानों को भी इस कवायद के तहत शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने 1990 के दशक में दायर एक याचिका का हवाला देते हुए दावा किया कि बिहार के 11 जिलों में ‘अवैध प्रवासियों' की आबादी उस समय लगभग चार लाख थी जिनका जिक्र तुष्टीकरण की राजनीति के कारण नहीं किया जाता है। सिंह ने उन ‘अवैध प्रवासियों' को इस कवायद के तहत शामिल नहीं करने की आवश्यकता को रेखांकित किया जो उन्हें वैधता प्रदान कर सकती है।

गिरिराज सिंह ने कहा, ‘‘चाहे वे बांग्लादेशी हों, रोहिंग्या या किसी अन्य प्रकार के अवैध निवासी हों, उन्हें इस अभ्यास से बाहर रखा जाना चाहिए।'' कट्टर हिंदुत्व रुख के लिए जाने जाने वाले केंद्रीय मंत्री ने हिंदुओं के कथित धर्मांतरण के खिलाफ मजबूत धर्मांतरण रोधी कानून की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार के ‘सबका साथ, सबका विकास' के आदर्श वाक्य के आलोक में अल्पसंख्यक शब्द को फिर से परिभाषित करने और यहां तक कि इस शब्द को खत्म करने की आवश्यकता है। गिरिराज ने कहा, ‘‘यहां तक कि (महमूद) मदनी ने भी कहा है कि वह अल्पसंख्यक समूह से संबंधित नहीं हैं, सभी समान विचारधारा वाले लोगों को ध्यान में रखते हुए मुसलमानों को खुद को बहुमत में मानना चाहिए।''

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!