Edited By Ramanjot, Updated: 30 Dec, 2022 01:36 PM

Republic Day: बिहार जदयू के अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने लगातार सातवें वर्ष गणतंत्र दिवस पर निकलने वाली झांकियों में बिहार की झांकी के शामिल नहीं किए जाने को लेकर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बिहार विरोधी रवैये की यह...
पटनाः जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने गणतंत्र दिवस पर निकलने वाली झांकियों में लगातार सातवें वर्ष बिहार की झांकी को शामिल नहीं किए जाने को दुखद बताया और कहा कि विकास के नए प्रतिमान स्थापित करने वाली बिहार सरकार की योजनाओं की झांकी से भी मोदी सरकार को डर लगता है।
"BJP के बिहार विरोधी रवैये की यह एक बानगी"
बिहार जदयू के अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने लगातार सातवें वर्ष गणतंत्र दिवस पर निकलने वाली झांकियों में बिहार की झांकी के शामिल नहीं किए जाने को लेकर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बिहार विरोधी रवैये की यह एक बानगी है। भाजपा द्वारा विपक्ष की राज्य सरकारों के प्रति अपनाए जाने वाले अलोकतांत्रिक व्यवहार को बिहार और देश की जनता कत्तई बर्दाश्त नहीं करेगी। भाजपा लोक और तंत्र दोनों की गरिमा तथा मर्यादा को तार-तार करने में लगी है।
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"भाजपा का सारा काम बिहार के विरुद्ध"
कुशवाहा ने लगातार सातवें वर्ष गणतंत्र दिवस पर बिहार की झांकी दिल्ली में नहीं दिखाई पड़ने पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि इन झांकियों से राज्यों की कला, संस्कृति और विकास को जानने-समझने का अवसर देश और दुनिया को मिलता है। लाल किला के सामने राजपथ पर निकलने वाली झांकी को पूरी दुनिया देखती है। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता बात तो बड़ी-बड़ी करते हैं पर उनका सारा काम लोकतंत्र की जननी बिहार के विरुद्ध होता है।
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि 26 जनवरी को दिल्ली के राजपथ पर निकलने वाली झांकियों का चयन करने वाली केंद्र सरकार की विशेषज्ञ समिति ने बिहार सरकार द्वारा भेजी गई झांकी को मानकों पर खरा नहीं उतरने का बहाना बनाकर खारिज कर दिया, जो काफी दुखद है। राज्य सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने गया में फल्गु नदी पर बने रबड़ डैम को बिहार की झांकी के रूप में प्रस्तुत करने का प्रस्ताव भेजा था।