Edited By Swati Sharma, Updated: 09 Feb, 2023 10:23 AM

पटना में पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने जोर देकर कहा कि अगर जदयू का नेतृत्व लव-कुश समाज (कुर्मी और कोइरी) में से कोई भी करता है, तो वह खुशी-खुशी एक साधारण पार्टी कार्यकर्ता के रूप में काम करेंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल...
पटना: जनता दल (यूनाइटेड) के असंतुष्ट नेता उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने बुधवार को कहा कि अगर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उपमुख्यमंत्री एवं राजद नेता तेजस्वी यादव को कमान सौंपने की संभावना से इनकार करते हैं तो वह अपना ‘‘विद्रोह’’ छोड़ देंगे।
"सीएम घोषणा कर अफवाहों पर लगा सकते हैं विराम"
पटना में पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने जोर देकर कहा कि अगर जदयू का नेतृत्व लव-कुश समाज (कुर्मी और कोइरी) में से कोई भी करता है, तो वह खुशी-खुशी एक साधारण पार्टी कार्यकर्ता के रूप में काम करेंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के लोग कहते रहते हैं कि महागठबंधन के गठन के समय एक ‘‘डील’’ (समझौता) हुई थी, जिससे जदयू के भीतर उथल-पुथल मच गई है। कुशवाहा ने कहा कि केवल मुख्यमंत्री ही यह घोषणा करके अफवाहों पर विराम लगा सकते हैं कि वह तेजस्वी को 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में नेता के रूप में समर्थन नहीं दे रहे हैं।
"नीतीश कुमार ने बिहार को अंधेरे युग से निकाला था बाहर"
कुशवाहा ने कहा, ‘‘लेकिन अगर मौजूदा स्थिति जारी रहती है तो यह पार्टी डूब जाएगी। नीतीश कुमार ने बिहार को अंधेरे युग से बाहर निकाला था। उनकी विरासत पर बादल छाए हुए हैं।’’इस आरोप के बारे में पूछे जाने पर कि वह भाजपा के इशारे पर काम कर रहे हैं, कुशवाहा ने जवाब दिया, ‘‘इससे क्या फर्क पड़ता है कि भाजपा या मुस्लिम लोग मेरे पीछे है।’’उन्होंने यह भी दावा किया कि नीतीश, जो अब 70 के दशक में हैं, स्वयं निर्णय लेने में सक्षम नहीं हैं बल्कि अपने ‘‘दो-तीन करीबी लोगों की बातों पर चलते हैं।’’ जब कुशवाहा से स्पष्ट रूप से पूछा गया कि वह किसके बारे में बात कर रहे हैं तो उन्होंने किसी का भी नाम लेने से इनकार कर दिया।
वहीं इस बीच, राजद ने अपने संस्थापक अध्यक्ष लालू प्रसाद के छोटे बेटे और उनके राजनीतिक उत्तराधिकारी माने जाने वाले तेजस्वी यादव के खिलाफ मोर्चा खोलने के लिए कुशवाहा की आलोचना की।