Edited By Ramanjot, Updated: 07 Dec, 2025 08:48 PM

मानवता को शर्मसार करने वाली घटना पारू थाना क्षेत्र के कोइरिया निजामत गांव से सामने आई है। एक मां ने अस्पताल से डिस्चार्ज होते ही अपने घंटों पहले जन्मे पुत्र को 1 लाख 60 हजार रुपये में बेच दिया।
मुजफ्फरपुर: मानवता को शर्मसार करने वाली घटना पारू थाना क्षेत्र के कोइरिया निजामत गांव से सामने आई है। एक मां ने अस्पताल से डिस्चार्ज होते ही अपने घंटों पहले जन्मे पुत्र को 1 लाख 60 हजार रुपये में बेच दिया। मामला खुला जब वह खाली हाथ घर लौटी और देवर-परिजनों ने सवाल किए। शक होने पर पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने नवजात की मां रानी देवी और स्थानीय आशा कार्यकर्ता रंभा देवी को हिरासत में ले लिया है। दोनों से कड़ाई से पूछताछ चल रही है और बच्चे को बरामद करने के लिए लगातार दबिशें दी जा रही हैं।
अस्पताल से निकलते ही सौदा पूरा!
5 दिसंबर की सुबह रानी देवी को पारू CHC में भर्ती कराया गया। सामान्य डिलीवरी के बाद स्वस्थ पुत्र पैदा हुआ। कुछ घंटे बाद मां-बच्चे को डिस्चार्ज कर दिया गया। बाहर निकलते ही आशा कार्यकर्ता की मौजूदगी में बच्चा किसी नि:संतान दंपति को सौंप दिया गया। रानी देवी ने पूछताछ में कबूल किया कि उसे कुछ राशि नकद मिल चुकी है, बाकी बाद में मिलनी थी।
पांच महीने पहले ही हो गया था सौदा!
देवर सुबोध कुमार साहनी ने खुलासा किया कि करीब पांच महीने पहले रानी देवी आशा कार्यकर्ता के साथ गर्भपात कराने गई थी, लेकिन बात नहीं बनी। उसी दौरान बच्चे को बेचने की डील पक्की गई थी। पहले 1 लाख रुपये और डिलीवरी के बाद 60 हजार रुपये का लेन-देन तय हुआ था।
पुलिस का एक्शन, बच्चे की तलाश तेज
पारू पुलिस ने दोनों महिलाओं को हिरासत में लेकर कई ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है। थानाध्यक्ष ने बताया, “मामला अत्यंत गंभीर है। हमारी पहली प्राथमिकता नवजात को सकुशल बरामद करना है। बच्चे को संभवतः किसी निजी नर्सिंग होम या आसपास के इलाके में रखा गया है। जल्द ही बच्चा बरामद कर लिया जाएगा।”
CHC प्रभारी डॉ. हैदर अयूब ने कहा कि अस्पताल ने मां-बच्चे को पूरी तरह स्वस्थ डिस्चार्ज किया था, उसके बाद की कोई जिम्मेदारी नहीं है। रानी देवी के पति दिल्ली में मजदूरी करते हैं। उनके पहले से दो बेटे (7 और 5 साल) हैं।