Edited By Ramanjot, Updated: 21 Aug, 2022 05:56 PM

बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी ने कहा कि भाजपा का यह आरोप बेकार और बेमानी है कि महागठबंधन सरकार की वापसी के बाद ‘जंगल राज' लौट आएगा। यादव ने कहा कि जनता दल (यूनाइटेड), राजद, कांग्रेस और अन्य दलों के एकजुट होने के बाद महागठबंधन का सत्ता में आना...
नई दिल्ली/पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर उभर सकने की चर्चा के बीच राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने रविवार को कहा कि अगर विपक्ष नीतीश के नाम पर विचार करता है तो वह इसके लिए ‘मजबूत उम्मीदवार' हो सकते हैं।
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी ने कहा कि भाजपा का यह आरोप बेकार और बेमानी है कि महागठबंधन सरकार की वापसी के बाद ‘जंगल राज' लौट आएगा। यादव ने कहा कि जनता दल (यूनाइटेड), राजद, कांग्रेस और अन्य दलों के एकजुट होने के बाद महागठबंधन का सत्ता में आना ‘‘विपक्षी एकता के लिए शुभ संकेत'' है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘यह संकेत देता है कि अधिकतर विपक्षी दल देश के सामने मौजूद बड़ी चुनौती को समझते हैं, जिनमें भाजपा का आधिपत्य भी शामिल है, जिसमें वह पैसे, मीडिया और (प्रशासनिक) मशीनरी के दम पर भारतीय समाज से विविधता और राजनीतिक विमर्श को खत्म करने पर तुली है।''
यह पूछे जाने पर कि क्या कुमार 2024 के चुनावों के लिए प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनने के लिए सबसे उपयुक्त हैं और क्या वह विपक्ष के उम्मीदवार हो सकते हैं, इसपर यादव ने कहा, ‘‘मैं यह प्रश्न माननीय नीतीश जी पर छोड़ता हूं। मैं पूरे विपक्ष की ओर से बोलने का दावा नहीं कर सकता, हालांकि, यदि विचार किया जाए, तो आदरणीय नीतीश जी निश्चित रूप से एक मजबूत उम्मीदवार हो सकते हैं।'' यादव ने कहा कि पिछले 50 वर्ष से वह एक सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ता रहे हैं। उन्होंने जेपी (जयप्रकाश) और आरक्षण आंदोलनों में भाग लिया। राजद नेता ने कहा, ‘‘उनके (कुमार) पास 37 से अधिक वर्ष का व्यापक संसदीय और प्रशासनिक अनुभव है और उन्हें जमीनी स्तर पर व अपने साथियों के बीच अपार समर्थन प्राप्त है।''