Edited By Ramanjot, Updated: 11 May, 2025 09:03 PM

राजधानी के संकल्प भवन में 12 मई (सोमवार) को आयोजित किए जा रहे एक समारोह में ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन का कार्यारंभ माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कर-कमलों द्वारा किया जाएगा। इसके तहत 6,938 पथों (जिनकी लंबाई: 12,105 किमी और कुल लागत...
पटना:राजधानी के संकल्प भवन में 12 मई (सोमवार) को आयोजित किए जा रहे एक समारोह में ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन का कार्यारंभ माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कर-कमलों द्वारा किया जाएगा। इसके तहत 6,938 पथों (जिनकी लंबाई: 12,105 किमी और कुल लागत ₹8,716 करोड़ है) सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन किया जाएगा।
ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क उन्नयन योजना के तहत ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम को एक नए अवयव के रूप में प्रारंभ किया गया है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण सड़कों के नियमित एवं व्यवस्थित पुनर्निर्माण/उन्नयन/नवीनीकरण को सुनिश्चित करना है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में इस कार्यक्रम के अंतर्गत पंचवर्षीय अनुरक्षण अवधि से बाहर हुए कुल 14,087 पथों (लंबाई: 24,482 किमी) के सुदृढ़ीकरण हेतु ₹21,733 करोड़ की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई है।
इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम के तहत उन सभी ग्रामीण पथों को आगामी सात वर्षों तक मानक अनुरूप सेवा स्तर पर बनाए रखने की व्यवस्था की गई है, जो अपनी पंचवर्षीय अनुरक्षण/त्रुटि निवारण अवधि पूर्ण कर चुके हैं। इस अवधि के भीतर इन पथों के पर दो बार कालीकरण (री-सर्फेसिंग) कार्य कराया जाएगा। योजना के क्रियान्वयन के दौरान यदि सड़क में कोई तकनीकी त्रुटि पाई जाती है, तो उसका समाधान तय समय-सीमा के भीतर अनिवार्य रूप से किया जाएगा। इसका उद्देश्य है कि ग्रामीणों को हमेशा एक मजबूत, सुरक्षित और आरामदायक सड़क सुविधा सतत् मिलती रहे।
इस कार्यक्रम से न केवल गांवों और शहरों के बीच की दूरी घटेगी, बल्कि राज्य की सामाजिक संरचना को नया आयाम और आर्थिक गतिविधियों को नई गति मिलेगी। यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उस महत्त्वाकांक्षी विजन को साकार करेगा, जिसके तहत राज्य के किसी भी सुदूरवर्ती क्षेत्र से भविष्य में मात्र 4 घंटे में राजधानी पटना तक की सुगम और निर्बाध यात्रा संभव हो सकेगी।