Edited By Ramanjot, Updated: 12 May, 2025 07:11 PM

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज 1 अणे मार्ग स्थित 'संकल्प' से ग्रामीण सड़क सुद्दढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम अंतर्गत 8,716 करोड़ रूपये की लागत से 6,938 पथों (लंबाई 12,105 किलोमीटर) का रिमोट के माध्यम से कार्यारंभ किया।
पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज 1 अणे मार्ग स्थित 'संकल्प' से ग्रामीण सड़क सुद्दढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम अंतर्गत 8,716 करोड़ रूपये की लागत से 6,938 पथों (लंबाई 12,105 किलोमीटर) का रिमोट के माध्यम से कार्यारंभ किया। कार्यक्रम के दौरान ग्रामीण कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से ग्रामीण कार्य विभाग अन्तर्गत कार्यान्वित योजनाओं की उपलब्धियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने मुख्यमंत्री ग्राम सम्पर्क योजना एवं अन्य राज्य योजना, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना के अन्तर्गत ग्रामीण सड़कों / पुलों के निर्माण की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी। साथ ही निर्मित ग्रामीण पथों के नवीनीकरण / उन्नयन की भी जानकारी दी।
ग्रामीण कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क उन्नयन योजना के तहत ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम को एक नए अवयव के रूप में प्रारंभ किया गया है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण सड़कों के नियमित एवं व्यवस्थित पुनर्निर्माण/उन्नयन / नवीनीकरण को सुनिश्चित करना है।

वितीय वर्ष 2024-25 में इस कार्यक्रम के अंतर्गत पंचवर्षीय अनुरक्षण अवधि से बाहर हुए कुल 14,087 पथों (लंबाई 24,482 किलोमीटर) के सुदृढ़ीकरण हेतु 21,733 करोड़ रूपये की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई है। इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम के तहत उन सभी ग्रामीण पथों को आगामी 7 वर्षों तक मानक अनुरूप सेवा स्तर पर बनाए रखने की व्यवस्था की गई है, जो अपनी पंचवर्षीय अनुरक्षण / त्रुटि निवारण अवधि पूर्ण कर चुके हैं। इस अवधि के भीतर इन पथों पर 2 बार कालीकरण (री-सफैंसिंग) कार्य कराया जाएगा। योजना के क्रियान्वयन के दौरान यदि सड़क में कोई तकनीकी त्रुटि पाई जाती है तो उसका समाधान तय समय-सीमा के भीतर अनिवार्य रूप से किया जाएगा।

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण पथों के सुद्दढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्य का आरंभ करने के लिये ग्रामीण कार्य विभाग को बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि इससे ग्रामीण पथों के सुदृढ़ीकरण को और गति मिलेगी। ग्रामीण पथों की मरम्मति एवं रखरखाव जरूरी है। जिन ग्रामीण पथों की मरम्मति की आवश्यकता है, उसे बरसात के पूर्व ठीक करायें। हम लोगों का उद्देश्य है कि ग्रामीणों को हमेशा एक मजबूत, सुरक्षित और आरामदायक सड़क की सुविधा सतत् मिलती रहे। ग्रामीण पथों के निर्माण से न केवल गांवों और शहरों के बीच की दूरी घट रही है बल्कि राज्य की सामाजिक संरचना को नया आयाम और आर्थिक गतिविधियों को नई गति मिल रही है। उन्होंने कहा कि आवश्यकतानुसार ग्रामीण पथों का चौड़ीकरण कार्य प्रारंभ करायें। नये ग्रामीण पथों के निर्माण होने से राज्य के किसी भी सुदूरवर्ती क्षेत्र से भविष्य में मात्र 4 घंटे में राजधानी पटना तक की सुगम और निर्बाध यात्रा पूरा करने के सरकार के लक्ष्य को पूरा किया जा सकेगा।

कार्यक्रम में ग्रामीण कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री को हरित पौधा भेंटकर स्वागत किया।कार्यक्रम के दौरान ग्रामीण कार्य विभाग की उपलब्धियों पर एक लघु फिल्म प्रस्तुत की गयी। मुख्यमंत्री ने ग्रामीण कार्य विभाग की पुस्तिका का विमोचन भी किया।

कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत, ग्रामीण कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, ग्रामीण कार्य विभाग के अभियंता प्रमुख भगवत राम सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।