Edited By Ramanjot, Updated: 31 Oct, 2020 10:47 AM
कांग्रेस (Congress) ने विश्व बैंक और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट का हवाला देकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी (Sushil Modi) पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि वह खुद सत्ता का सुख भोगते रहे और बिहार की...
पटनाः कांग्रेस (Congress) ने विश्व बैंक और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट का हवाला देकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी (Sushil Modi) पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि वह खुद सत्ता का सुख भोगते रहे और बिहार की स्वास्थ्य सेवाओं को आईसीयू (ICU) में पहुंचा दिया जहां वह अब वेंटिलेटर पर आखिरी सांसे गिन रही है।
कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला (Randeep Singh Surjewala) और प्रवक्ता पवन खेड़ा (Pawan Kheda) ने बयान जारी कर कहा कि हाल ही में विश्व बैंक और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्वास्थ्य सूचकांक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें स्वास्थ्य के सभी सूचकांक में बिहार और उत्तर प्रदेश देश के आखिरी पायदान पर है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 से 2018 के बीच स्वास्थ्य सूचकांक और सेवाओं में वृद्धि करना तो दूर बिहार के हालात और बदतर हो गए कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाले नीति आयोग के प्रमुख अमिताभ कांत को कहना पड़ा कि बिहार जैसे राज्यों की स्वास्थ्य सेवाओं में बुरे प्रदर्शन से समूचा भारत मानव विकास सूचकांक में पिछड़ गया है।
दोनों नेताओं ने कहा कि बिहार के सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में लगभग 60 प्रतिशत डॉक्टर और 71 प्रतिशत नर्स नहीं है। राज्य में स्वास्थ्य केंद्रों में 12,206 स्वीकृत पद के विरुद्ध 5205 डॉक्टर ही हैं। इसी तरह राज्य में 19155 नर्सों के पद स्वीकृत हैं और इसके विरूद्ध 5634 नर्स ही काम कर रही हैं। यह बात नीतीश सरकार ने खुद उच्चतम न्यायालय में अपने शपथ पत्र में बताई है।