Edited By Ramanjot, Updated: 26 Nov, 2022 05:31 PM
गंगाजल उद्वह योजना नीतीश सरकार की जल-जीवन-हरियाली की मुहिम से जुड़ी है, जिसका मकसद जलवायु परिवर्तन के बुरे प्रभावों को कम करना है। 'उद्वाह' का मतलब है, ऊपर उठाना या लाना। अब इस योजना के जरिए गया, राजगीर और नवादा को गंगाजल पहुंचाया जाएगा। इन जगहों पर...
गयाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 28 नवंबर को गया जिले में गंगाजल उद्वह योजना का उद्घाटन करेंगे। इस योजना की शुरूआत से जिले में पेयजल की समस्या दूर होगी और लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। दरअसल, इस योजना के जरिए गया को 43 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी मुहैया कराया जाएगा।
बता दें कि गंगाजल उद्वह योजना नीतीश सरकार की जल-जीवन-हरियाली की मुहिम से जुड़ी है, जिसका मकसद जलवायु परिवर्तन के बुरे प्रभावों को कम करना है। 'उद्वाह' का मतलब है, ऊपर उठाना या लाना। इस योजना के जरिए गया, राजगीर और नवादा को गंगाजल पहुंचाया जाएगा। इन जगहों पर पाइपलाइन से गंगाजल लाया जा रहा है, जो कि पेयजल के तौर पर इस्तेमाल होगा।
आइए, जानते हैं गंगाजल उद्वह योजना से जुड़ी कुछ अहम बातें-
-साल 2019 के दिसंबर महीने में नीतीश कैबिनेट ने गंगाजल उद्वह योजना को मंजूरी दी थी।
-इस योजना का मकसद बिहार के तीन शहरों गया, राजगीर और नालंदा में पेयजल संकट को दूर करना है।
-इस योजना के माध्यम से गया को 43 मिलियन क्यूबिक मीटर तो वहीं राजगीर को सात मिलियन क्यूबिक मीटर पानी मुहैया कराया जाएगा।
-इस योजना के तहत 190 किलोमीटर लंबे पाइपलाइन के जरिए तीन जिलों को हाथीदह से पानी पहुंचाने का लक्ष्य रखा था।
-योजना के तहत बाढ़ के दौरान गंगाजल के साथ आने वाली सिल्ट को रोकने के लिए पाइप लाइन में अत्याधुनिक फिल्टर लगाया गया है।