Edited By Swati Sharma, Updated: 05 Sep, 2024 06:04 PM
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कांग्रेस और फारूक अब्दुल्ला के गठबंधन पर कड़ा प्रहार करते हुए सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अपने चुनावी एजेंडे के बारे में स्पष्टीकरण देना चाहिए। उन्होंने पूछा कि क्या कांग्रेस फारूक अब्दुल्ला...
पटनाः केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कांग्रेस और फारूक अब्दुल्ला के गठबंधन पर कड़ा प्रहार करते हुए सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अपने चुनावी एजेंडे के बारे में स्पष्टीकरण देना चाहिए। उन्होंने पूछा कि क्या कांग्रेस फारूक अब्दुल्ला जैसे नेताओं की घोषणाओं से सहमत है, जो दो निशान और दो प्रधान की बात करते थे।
'यह गठबंधन देश और उसकी संस्कृति का नहीं करता सम्मान'
नित्यानंद राय ने स्पष्ट किया कि ऐसे विचार अब देश में स्वीकार्य नहीं होंगे। धारा 370 पर कांग्रेस की स्थिति पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस ने धारा 370 हटाने का वादा किया था, लेकिन अब फारूक अब्दुल्ला के साथ गठबंधन में जाने के बाद उनकी स्थिति पर सवाल खड़े होते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में धारा 370 हटाकर भारत की एकता और अखंडता को सुनिश्चित किया गया। धारा 370 को हटाना एक ऐसा कदम था जो भारत के माथे से कलंक मिटाने के समान था, और यह देश की एकता के लिए बेहद आवश्यक था। नित्यानंद राय ने फारूक अब्दुल्ला और कांग्रेस के गठबंधन को अवसरवादी करार दिया और कहा कि यह गठबंधन देश और उसकी संस्कृति का सम्मान नहीं करता। उन्होंने दावा किया कि सत्ता के लोभ के चलते यह गठबंधन बना है, लेकिन कश्मीर की जनता और देश की जनता इसे कभी स्वीकार नहीं करेगी।
नित्यानंद राय का तेजस्वी पर तीखा हमला
नित्यानंद राय ने तेजस्वी यादव और आरजेडी के कार्यकर्ताओं पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि आरजेडी का कार्यकर्ता हमेशा से "उदंडता" का प्रदर्शन करता आया है और यह उनकी पार्टी की संस्कृति बन चुकी है। उन्होंने कहा कि आरजेडी के कार्यकर्ता कभी भी अपनी अनुचित गतिविधियों को छोड़ने वाले नहीं हैं और ना ही बिहार के विकास से कोई वास्ता रखते हैं। तेजस्वी यादव पर हमला करते हुए नित्यानंद राय ने कहा कि वह खुद "उदंडता" का नेतृत्व कर रहे हैं और ऐसे में वे दूसरों को क्या सीख देंगे।