Edited By Swati Sharma, Updated: 18 Sep, 2023 05:11 PM
जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने सीएम नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद नीतीश कुमार किस दिशा में जाएंगे ये धरती पर कोई व्यक्ति नहीं बता सकता, खुद नीतीश कुमार भी नहीं बता सकते।
पटना: जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने सीएम नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद नीतीश कुमार किस दिशा में जाएंगे ये धरती पर कोई व्यक्ति नहीं बता सकता, खुद नीतीश कुमार भी नहीं बता सकते।
'नीतीश कुमार इस तरह की राजनीति करते रहते हैं'
प्रशांत किशोर ने कहा कि जी-20 में जो डिनर हुआ उसमें जाकर नीतीश ठहाका लगा रहे थे। ये क्यों हुआ? कुछ दिन पहले कोऑर्डनेशन कमेटी की बैठक हुई उसमें उनकी पार्टी के अध्यक्ष ललन सिंह नहीं गए किसी दूसरे आदमी को उन्होंने भेजा। ऐसा नहीं है कि नीतीश कुमार कल भाजपा में जा रहे हैं। ये नीतीश कुमार की राजनीति का तरीका है, जो उनके साथ रहता है उनको हमेशा डराते रहते हैं कि अगर हम पर ध्यान नहीं दोगे तो हम उधर भी जा सकते हैं। मुजफ्फरपुर के बिरहिमा में प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि नीतीश कुमार एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे और कहेंगे कि मेरी अंतरात्मा कह रही है कि अब इन लोगों के साथ नहीं रहेंगे। सब लोग एकजुट हुए नहीं, मैंने कहा था कि सब लोग एकजुट हो जाइए नहीं हुआ तो अब क्या करें? अब फिर से भाजपा में जा रहे हैं। नीतीश कुमार इस तरह की राजनीति करते रहते हैं। मैं हर दिन बताता हूं कि मुझे नहीं लगता कि वो लोकसभा से पहले छोड़कर जाएंगे। लोकसभा तक वह रहेंगे।
पीके ने बताई नीतीश की महागठबंधन में शामिल होने की वजह
पीके ने कहा कि नीतीश क्यों महागठबंधन बनाए हैं पहले ये समझिए। नीतीश कुमार महागठबंधन बनाए अगस्त में उससे पहले मार्च में दिल्ली आकर मेरे साथ घंटों बैठे थे। पटना में भी मिले थे, वो सिर्फ इसलिए राजद के साथ गए, क्योंकि उनके दिमाग में ये बात आ गई थी कि 2024 के लोकसभा के चुनाव के बाद अगर भाजपा देश में जीत जाएगी तो हमको हटाकर अपना मुख्यमंत्री बना देंगे। जदयू के 42 विधायक थे और भाजपा का 75 तो इसी डर से इन्होंने सोचा कि भाजपा हमको हटाए इससे पहले हम खुद महागठबंधन बना लेते हैं कम से कम 2025 तक कुर्सी बचा रहेगा।
चुनावी रणनीतिकार ने कहा कि 2024 के लोकसभा नतीजों के बाद नीतीश कुमार किस दिशा में जाएंगे ये धरती पर कोई नहीं बता सकता, नीतीश कुमार भी नहीं बता सकते, उनको भी नहीं पता। सहूलियत के हिसाब से इतना बताया जा सकता है कि नीतीश कुमार की अपनी जो सहूलियत होगी, जिसमें उन्हें अपना स्वार्थ दिखेगा उस दिशा में वो जाएंगे।