Edited By Nitika, Updated: 23 Feb, 2021 05:01 PM
बिहार विधानसभा में राजद और विपक्षी दलों की तरफ से आज किसानों के मुद्दे पर चर्चा के लिए कार्य स्थगन का प्रस्ताव दिया गया। राज्यपाल के अभिभाषण पर होने वाली चर्चा का हवाला देते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कार्य स्थगन प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया।
पटनाः बिहार विधानसभा में राजद और विपक्षी दलों की तरफ से आज किसानों के मुद्दे पर चर्चा के लिए कार्य स्थगन का प्रस्ताव दिया गया। राज्यपाल के अभिभाषण पर होने वाली चर्चा का हवाला देते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कार्य स्थगन प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया। इसके बाद सदन में धान खरीद के मुद्दे पर ध्यानाकर्षण सूचना के दौरान सरकार ने दो टूक जवाब दिया कि राज्य में धान खरीद की समय सीमा नहीं बढ़ाई जाएगी।
सरकार के इस जवाब के बाद विपक्षी दलों ने विधानसभा से वॉकआउट कर दिया। विधानसभा से वॉकआउट करने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार में किसानों को ठगने का काम किया जा रहा है। बिहार में किसानों से एमएसपी पर धान नहीं खरीदा जा रहा है। किसान भुखमरी और आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। एपीएमसी एक्ट खत्म कर बिहार के किसानों को बंधक बनाने वाली सरकार को जवाब देना चाहिए। बिहार में धान खरीद की तारीख बढ़ाई जानी चाहिए थी, लेकिन अब सरकार इससे भाग रही है।
वहीं तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनते हुए यह कुर्सी छोड़ देनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार राज्यपाल से अभिभाषण के दौरान झूठ बोलने का काम करवा रही है। बिहार में क्षमता के मुताबिक धान की खरीद नहीं हो पाई है। सरकार ने ध्यानाकर्षण के जवाब में सदन के अंदर जो बातें कही हैं, उससे पता चलता है कि बिहार के किसानों के साथ कैसे धोखाधड़ी की गई है।