Edited By Mamta Yadav, Updated: 07 Jul, 2024 11:12 PM
गांधीजी ने जब विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार का आह्वान किया तो चित्रकारों के समक्ष कंपनी शैली के प्रभाव को अलग करने का बड़ा संकट पैदा हो गया। तब चित्रकारों ने निष्कर्ष निकाला कि भारत कला की आत्मा लोक में बसती और विकसित होती है।