Edited By Swati Sharma, Updated: 24 Mar, 2023 12:06 PM

वहीं बढ़ती बिजली दरों पर भाकपा माले ने विरोध किया है। भाकपा माले के विधायक अजित कुशवाहा ने कहा कि हम सरकार में रहते हुए भी इसकी मांग उठा चुके हैं। बिहार को विशेष राज्य की मांग चल रही है।
पटना(अभिषेक कुमार सिंह): बिहार में बिजली उपभोक्ताओं को विद्युक नियामक आयोग ने तगड़ा झटका दिया है। आयोग ने बिजली की दरों में 24.01 फीसदी की बढ़ोतरी का फैसला सुनाया है। इसको लेकर बिहार के ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव ने कहा कि इस मामले को रेगुलेटरी कमेटी देख रही है। सरकार उसपर विचार करेगी। वहीं बिजली की दरों में हुई बढ़ोत्तरी पर सियासत गरमा गई है। भाकपा माले ने इसका विरोध किया तो भाजपा ने बिहार सरकार को घेरा है।
बढ़ती बिजली दरों पर भाकपा माले ने किया विरोध
बढ़ती बिजली दरों पर भाकपा माले ने विरोध किया है। भाकपा माले के विधायक अजित कुशवाहा ने कहा कि हम सरकार में रहते हुए भी इसकी मांग उठा चुके हैं। बिहार को विशेष राज्य की मांग चल रही है। इसके बाद बिहार की स्थिति सुधरेगी। इसको लेकर राजद विधायक रामानुज प्रसाद ने कहा कि पिछले दिनों ही ऊर्जा मंत्री ने वन नेशन वन टैरिफ की मांग की थी, लेकिन केंद्र सरकार के सौतेले व्यवहार के कारण ऐसा हो रहा है।
गरीबों पर इसका बोझ बढ़ेगाः भाजपा
बढ़ते बिजली के दामों को लेकर भाजपा ने बिहार सरकार को घेरा है। भाजपा विधायक मुरारी झा ने ने कहा है कि गरीबों पर इसका बोझ बढ़ेगा और इसका नतीजा आने वाले चुनाव में महागठबंधन को देखने को मिलेगा। बढ़ती बिजली बिल को लेकर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि केंद्र सरकार के सहयोग नहीं मिलने से ज्यादा बोझ राज्य सरकार पर आया है। ऐसी प्रस्थिति में घाटे से उबारने के लिए ऐसा किया गया है, इसमें जनता को क्रश करने की कोई बात नहीं है।
बता दें कि बिहार जैसे पिछड़े राज्य में लोग कई तरह के बोझ से परेशान है। वही बढ़ती बिजली की दरों ने एक बार फिर अतिरिक्त बोझ डाल दिया है। इससे एक बार बिहार के लोग प्रभावित होने वाले हैं।