Edited By Ramanjot, Updated: 24 Jun, 2021 12:39 PM
कांग्रेस नेता ने कहा कि राहुल गांधी ने अपनी चिंता प्रकट करते कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पीड़ितों को सहायता प्रदान करने को कहा है तो बिहार के मंत्री को इतना नागवार लगा कि अपनी विफलताओं को ढकने के लिए वह गलतबयानी पर उतर गए। उन्होंने संजय झा से सवाल किया...
पटनाः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और बिहार विधान परिषद के सदस्य प्रेमचंद्र मिश्रा ने राज्य के कुछ जिलों में आई बाढ़ को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की चिंता संबंधी ट्वीट की सराहना करते हुए जल संशाधन मंत्री संजय झा पर आरोप लगाया कि वे गांधी के ट्वीट पर गलतबयानी कर रहे हैं।
प्रेमचंद्र मिश्रा ने बुधवार को कहा कि सच्चाई यह है कि गंडक नदी में आई बाढ़ के पानी ने गोपालगंज, पश्चिम चम्पारण खासकर बगहा के कई पंचायतों, पूर्वी चंपारण की बड़ी आबादी को प्रभावित किया है और पिछले साल बाढ़ के पानी से पिपरासी में टूटे बांध को अभी तक निर्माण या मरम्मत नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि राज्य की जल संसाधन मंत्री फरमा रहे हैं कि बिहार में बाढ़ आई ही नहीं है और उनकी सरकार 24 घंटे निगरानी कर रही है और तो और मंत्री ने ट्वीट के जवाब में जो आंकड़े विभिन्न नदियों के जलस्तर को लेकर जारी किया है वह खुद बता रहा है कि कई स्थानों पर नदियों का स्तर खतरे के निशान को छू लिया है तो क्या इसे सामान्य स्थिति मानी जाए।
कांग्रेस नेता ने कहा कि राहुल गांधी ने अपनी चिंता प्रकट करते कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पीड़ितों को सहायता प्रदान करने को कहा है तो बिहार के मंत्री को इतना नागवार लगा कि अपनी विफलताओं को ढकने के लिए वह गलतबयानी पर उतर गए। उन्होंने संजय झा से सवाल किया कि वे बताएं कि गोपालगंज, पश्चिमी और पूर्वी चंपारण, बगहा के इलाकों में विगत दिनों गंडक नदी से आई बाढ़ के कारण कितने पीड़ितों को उनकी सरकार ने क्या सहायता प्रदान की जबकि बड़ी आबादी को घरों से बाहर रहने को मजबूर होना पड़ा है।
मिश्रा ने कहा कि प्राय: सभी नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को छू लिया है जो न सिर्फ बाढ़ के खतरे को बताने को पर्याप्त है बल्कि तटबंधों की सुरक्षा तथा बाढ़ की विभीषिका से लोगों को बचाने के लिए पूर्व की तैयारियों को शीघ्र करने की चेतावनी भी है। उन्होंने मंत्री को सलाह दी कि ट्वीटर पर सक्रिय रहने तथा राहुल गांधी क्या क्या ट्वीट करते हैं पर नज़र रखने के बजाय वे विभागीय कार्यों पर ध्यान दे। उन्हें यह भी तत्काल सुनिश्चित करना चाहिए कि तटबंध सुरक्षित रहे क्योंकि मंत्री जी के गांव के निकट कमला नदी का जलस्तर खतरे के निशान को छू लिया है।