Edited By Ramanjot, Updated: 31 Dec, 2025 09:44 AM

बिहार के सासाराम में पुलिस ने एक बड़े ठगी गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो शादी के नाम पर दूसरे राज्यों के युवकों को अपना निशाना बनाता था। यह गिरोह उन लोगों को फंसाता था जिनकी शादी में दिक्कत आ रही होती थी।
Looteri Dulhan Bihar: बिहार के सासाराम में पुलिस ने एक बड़े ठगी गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो शादी के नाम पर दूसरे राज्यों के युवकों को अपना निशाना बनाता था। यह गिरोह उन लोगों को फंसाता था जिनकी शादी में दिक्कत आ रही होती थी। फर्जी शादी रचाकर लाखों रुपये लूटने के बाद 'दुल्हन' और उसके साथी फिल्मी स्टाइल में फरार हो जाते थे। राजस्थान के एक युवक के साथ हुई करीब 3 लाख रुपये की ठगी के बाद यह पूरा रैकेट उजागर हुआ। पुलिस ने दो महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
राजस्थान के युवक को कैसे बनाया शिकार?
राजस्थान के जालोर जिले के रहने वाले हरचंद राम इस गिरोह के जाल में फंस गए। सासाराम कोर्ट में 'अंजलि' नाम की लड़की से उनकी शादी कराई गई। शादी के बाद गिरोह के सदस्यों ने विभिन्न बहानों से पीड़ित से लगभग 2 लाख 85 हजार रुपये ठग लिए। इसमें खरीदारी, गिफ्ट और अन्य खर्चों के नाम पर नकद और ऑनलाइन ट्रांसफर कराया गया। पीड़ित को तब धोखे का पता चला जब वह अपनी 'नवविवाहिता' को घर ले जा रहा था।
फिल्मी अंदाज में फरार हुई 'दुल्हन'
पीड़ित के मुताबिक, शादी के बाद उसे बाजार ले जाकर जमकर शॉपिंग कराई गई। गिरोह की मुख्य सदस्य सरोज देवी के निर्देश पर पीड़ित ने दीपक और मनीष नाम के दो युवकों को भी पैसे ट्रांसफर किए। सासाराम रेलवे स्टेशन पर ट्रेन पकड़ने की तैयारी के दौरान 'दुल्हन' अंजलि ने बाथरूम जाने का बहाना बनाया और बाहर खड़ी बाइक पर सवार होकर अपने साथियों के साथ भाग निकली। इसके बाद पीड़ित ने नौहट्टा थाने में मामला दर्ज कराया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई, दो महिलाएं गिरफ्तार
एसपी रोशन कुमार के नेतृत्व में नोखा, नौहट्टा और धर्मपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने छापेमारी की। तकनीकी जांच और सर्विलांस की मदद से धर्मपुर के सिसरित गांव से सरोज देवी और करवंदिया क्षेत्र से 'दुल्हन' अंजलि कुमारी को पकड़ा गया। इनके पास से 10 हजार रुपये नकद और दो मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। पुलिस अब बाकी आरोपियों दीपक और मनीष की धरपकड़ के लिए दबिश दे रही है।
आरोपियों का पुराना क्रिमिनल रिकॉर्ड
जांच में खुलासा हुआ कि अंजलि ने शादी के समय जो नाम और पता (भदारा गांव की तुलसी साह की बेटी) बताया था, वह पूरी तरह झूठा था। दोनों गिरफ्तार महिलाओं पर पहले से सासाराम नगर, नोखा और नौहट्टा थानों में ठगी और धोखाधड़ी के कई मामले दर्ज हैं। यह गिरोह जानबूझकर अंतरराज्यीय ठगी करता था ताकि पकड़े जाने की संभावना कम रहे। पुलिस का मानना है कि इस गिरोह ने कई अन्य लोगों को भी ठगा होगा।
यह मामला एक बार फिर शादी के नाम पर होने वाली ठगी की बढ़ती घटनाओं पर सवाल उठाता है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि शादी के प्रस्तावों की अच्छी तरह जांच-पड़ताल करें।