Edited By Swati Sharma, Updated: 02 Dec, 2022 01:31 PM

जानकारी के मुताबिक, छपरा जिले के दिघवारा प्रखंड के हराजी पंचायत निवासी राजू भक्त नामक युवक ने अपने पिता को साल 2011 में खो दिया था। राजू भक्त के पिता सरकारी सेवा में प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक थे। इसके बाद राजू ने अपने पिता की मृत्यु और ब्रह्मभोज...
छपराः लोग अपने माता पिता के लिए बहुत कुछ करना चाहते हैं। ये माता पिता के प्रति समर्पण ही है जो बच्चे उनके लिए हर तरह की खुशी चाहते हैं। कुछ ऐसा ही सारण जिले के एक युवक ने अपने पिता के किया है। इस युवक ने अपने मृत पिता की याद में उनका घर में ही मंदिर बना लिया और वह 11 सालों से रोज प्रतिमा की पूजा करता आ रहा हैं।

प्रतिदिन प्रतिमा की पूजा-अर्चना करता है राजू
जानकारी के मुताबिक, छपरा जिले के दिघवारा प्रखंड के हराजी पंचायत निवासी राजू भक्त नामक युवक ने अपने पिता को साल 2011 में खो दिया था। राजू भक्त के पिता सरकारी सेवा में प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक थे। इसके बाद राजू ने अपने पिता की मृत्यु और ब्रह्मभोज के उपरांत ही उनकी प्रतिमा की स्थापना की थी और वह प्रतिमा की रोज पूजा अर्चना करता हैं। माता-पिता के प्रति पूर्ण रूप से समर्पित किसी भी बेटे को श्रवण कुमार कहा जाता है। वहीं राजू भक्त ने कलयुग का श्रवण कुमार बनकर अपने मृत पिता की प्रतिमा को मंदिर के रूप में अपने घर में ही स्थापित कर लिया। इतना ही नहीं राजू सपरिवार मिलकर रोज प्रतिमा को स्नान कराना, चंदन लगाना और फिर भोजन की थाली मूर्ति के आगे रखकर भोजन अर्पित करता हैं।

राजू के इस कार्य की इलाके में होती है चर्चा
वहीं राजू के इस कार्य को लेकर इलाके में काफी चर्चा होती है। राजू द्वार किए जा रहे इस कार्य की प्रशंसा करने वालों में हराजी पंचायत के मुखिया, शिक्षक नीरज कुमार और शिक्षक नेता संतोष कुमार सिंह सहित शामिल हैं। उनका कहना है कि अपने पूर्वजों का सम्मान करना ही सबसे बड़ा धर्म हैं और ये धर्म राजू निभा रहा है, लोगों को राजू से सीखना चाहिए।