Edited By Nitika, Updated: 10 Feb, 2023 08:56 AM

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राज्य में अधिकांश धान की कुटाई उसना चावल मिलों से करवाने के नीतीश सरकार के तुगलकी फरमान के चलते धान खरीद, कुटाई और किसानों को धान के मूल्य का...
पटनाः बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राज्य में अधिकांश धान की कुटाई उसना चावल मिलों से करवाने के नीतीश सरकार के तुगलकी फरमान के चलते धान खरीद, कुटाई और किसानों को धान के मूल्य का भुगतान करने की पूरी प्रक्रिया चरमरा गई है।
सुशील मोदी ने गुरुवार को यहां बयान जारी कर कहा कि धान खरीद के लिए केवल 7 दिन का समय बचा है, जबकि खरीद 45 लाख मीट्रिक टन के लक्ष्य के मुकाबले केवल 32 लाख मीट्रिक टन (एमटी) हुई। उन्होंने कहा कि राज्य में उसना चावल की खपत ज्यादा है, लेकिन उसना चावल बनाने वाली मिलें कम (मात्र 156) हैं। वहीं अरवा चावल की मिलें ज्यादा (2500) हैं।
भाजपा सांसद ने कहा कि 32 लाख एमटी धान से 30 लाख एमटी चावल तैयार होना था, लेकिन केवल 6 लाख एमटी चावल तैयार हुआ। उन्होंने कहा कि सरकार नियमों को और शिथिल कर अरवा चावल मिलों को भी धान कुटवाने की अनुमति दे और अगले खरीद सीजन में उसना चावल मिलों की संख्या दोगुना बढ़ाने के उपाय करे, ताकि किसानों को धान बेचने और भुगतान पाने के लिए लंबा इंतजार न करना पड़े।
मोदी ने कहा कि एक चावल मिल से 25-30 पैक्सों को सम्बद्ध करने से एक पैक्स से धान लेने की बारी महीने भर बाद आ रही है और लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। पैक्स गोदाम भरे पड़े हैं और उनके आगे ट्रकों की लाइन लगी है। उन्होंने कहा कि अन्नदाता परेशान हैं। उनके धान खरीदने में समस्याएं आ रही हैं, लेकिन मुख्यमंत्री समाधान यात्रा में इस मुद्दे का संज्ञान तक नहीं ले पाए।