Edited By Ramanjot, Updated: 11 Dec, 2025 12:43 PM

भागवत ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री पद का चयन पूरी तरह राजनीतिक प्रक्रिया है और यह संघ का विषय नहीं है। मोहन भागवत का यह बयान इसलिए चर्चा में है क्योंकि नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार PM बने हैं। भविष्य में बीजेपी किसे प्रधानमंत्री पद का संभावित...
Next PM of India: आरएसएस (RSS) के शताब्दी वर्ष समारोह में सर संघचालक मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के उत्तराधिकारी को लेकर बड़ा बयान दिया। कार्यक्रम के दौरान एक स्वयंसेवक ने सवाल पूछा कि नरेंद्र मोदी के बाद प्रधानमंत्री कौन (Next PM of India) बनेगा? इस पर मोहन भागवत ने स्पष्ट कहा कि प्रधानमंत्री कौन होगा, यह फैसला बीजेपी और नरेंद्र मोदी खुद करेंगे।
क्यों सुर्खियों में है यह बयान?
भागवत ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री पद का चयन पूरी तरह राजनीतिक प्रक्रिया है और यह संघ का विषय नहीं है। मोहन भागवत का यह बयान इसलिए चर्चा में है क्योंकि नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार PM बने हैं। भविष्य में बीजेपी किसे प्रधानमंत्री पद का संभावित चेहरा बनाएगी, यह राजनीतिक हलकों में हमेशा से चर्चा का विषय रहा है। भागवत का जवाब इस बहस को एक नया आयाम देता है कि निर्णय पूरी तरह बीजेपी नेतृत्व का होगा
अपने संबोधन में मोहन भागवत ने तमिलनाडु में आरएसएस की अपेक्षाकृत कम उपस्थिति पर बात की, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि तमिलनाडु में 100% राष्ट्रवादी भावना मौजूद है। कुछ कृत्रिम बाधाएं इस भावना की अभिव्यक्ति को रोक रही हैं। ये बाधाएं ज्यादा समय तक नहीं टिकेंगी। लोगों को मिलकर इन अवरोधों को खत्म करना होगा। उन्होंने तमिलनाडु की जनता को आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रहित के प्रति समर्पित बताया।
भाषाओं, संस्कृति और परंपराओं को अपनाने पर जोर
मोहन भागवत ने कार्यक्रम में सांस्कृतिक और भाषाई विविधता पर महत्वपूर्ण टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि तमिल में हस्ताक्षर करने में हिचक क्यों? “सभी भारतीय भाषाएं हमारी अपनी भाषाएं हैं।” घर में मातृभाषा का प्रयोग बढ़ाएं जहां रहें, वहां की स्थानीय भाषा सीखें। पारंपरिक जीवन शैली को अपनाकर रखें। उन्होंने दक्षिण भारत की पारंपरिक पोशाक ‘वेष्टि’ की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह क्षेत्र अपनी सांस्कृतिक जड़ों से गहराई से जुड़ा हुआ है।