Edited By Khushi, Updated: 28 Oct, 2024 05:45 PM
झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य द्वारा राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार समेत 2 वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाने के बाद बीजेपी ने सुप्रियो भट्टाचार्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य द्वारा राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार समेत 2 वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाने के बाद बीजेपी ने सुप्रियो भट्टाचार्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
बीजेपी विधि प्रकोष्ठ के संयोजक सुधीर श्रीवास्तव के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय पहुंचा और सुप्रियो भट्टाचार्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। बीजेपी प्रतिनिधिमंडल ने मांग की कि अगर सुप्रियो भट्टाचार्य के आरोप गलत साबित होते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। सुधीर श्रीवास्तव ने कहा कि सुप्रियो भट्टाचार्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिना किसी ठोस आधार के मुख्य चुनाव पदाधिकारी के रविकुमार, एडीजी संजय आनंद लाटकर और डीआईजी एमवी होमकर पर आरोप लगाए हैं, जो जांच का विषय है। बीजेपी ने चुनाव आयोग से जांच कर सच्चाई सामने लाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सुप्रियो भट्टाचार्य ने अपने आरोप में कहा था कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रस्तावक मंडल मुर्मू को कुछ अज्ञात लोग ले जा रहे थे। जब गिरिडीह पुलिस ने उन्हें रोका, तो इन 3 अधिकारियों ने गिरिडीह प्रशासन पर दबाव बनाकर मुर्मू को छुड़वा दिया। हालांकि, मंडल मुर्मू ने थाने में बयान दिया है कि उनका अपहरण नहीं हुआ था।
सुधीर श्रीवास्तव ने सवाल उठाया कि अगर मंडल मुर्मू को किसी अधिकारी ने रोका था, तो किसने और क्यों? क्या मंडल मुर्मू के खिलाफ कोई मामला दर्ज है? उन्होंने कहा कि यह मामला संदेहास्पद है और सुप्रियो भट्टाचार्य ने चुनाव में लगे अधिकारियों को डराने के लिए बयान दिया है। बीजेपी प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग को सुप्रियो भट्टाचार्य के प्रेस कॉन्फ्रेंस का वीडियो भी सौंपा है। इस मामले में राज्य के मुख्य चुनाव पदाधिकारी ने संज्ञान लेते हुए सोमवार को चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाने का आदेश दिया है।
बता दें कि झारखंड में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने रविवार को निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी के रवि कुमार और दो वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को हटाने की मांग की और आरोप लगाया कि वे भाजपा के पक्ष में काम कर रहे हैं। झामुमो के प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा, "गिरिडीह पुलिस ने आज मंडल मुर्मू और कुछ अन्य लोगों को ले जा रहे एक वाहन को रोका। जब उनसे पूछा गया कि वे कहां जा रहे हैं, तो वाहन में सवार लोगों ने कोई जवाब नहीं दिया। इसलिए पुलिस ने वाहन को जब्त कर लिया। मंडल मुर्मू झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रस्तावकों में से एक हैं। सोरेन ने बरहेट विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन दाखिल किया है।" उन्होंने आरोप लगाया, "मुख्य निर्वाचन अधिकारी के रवि कुमार और दो वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए गिरिडीह प्रशासन पर वाहन को छोड़ने के लिए अनुचित दबाव डाला।" भट्टाचार्य ने दावा किया कि यह आदर्श आचार संहिता का घोर उल्लंघन है और उन्होंने निर्वाचन आयोग से मामले की जांच करने का आग्रह किया। उन्होंने निर्वाचन आयोग से आग्रह किया कि झारखंड में निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी के साथ-साथ आईपीएस अधिकारी संजय आनंद लाठकर और एवी होमकर को भी उनके चुनावी कर्तव्यों से मुक्त किया जाए।