Edited By Khushi, Updated: 09 Oct, 2024 11:27 AM
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बीते मंगलवार को 76 नवनियुक्तों को नियुक्ति पत्र सौंपा। सोरेन ने स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा झारखंड मंत्रालय में आयोजित समारोह में एक बार फिर एक साथ कई सौगातें देकर शिक्षा के क्षेत्र में एक और मिसाल...
रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बीते मंगलवार को 76 नवनियुक्तों को नियुक्ति पत्र सौंपा। सोरेन ने स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा झारखंड मंत्रालय में आयोजित समारोह में एक बार फिर एक साथ कई सौगातें देकर शिक्षा के क्षेत्र में एक और मिसाल कायम की।
मुख्यमंत्री ने समरोह में 76 नवनियुक्तों को नियुक्ति पत्र सौंपा। इनमें झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद में 35 लॉ एग्जीक्यूटिव, 4 एग्जीक्यूटिव इंजीनियर, 21 अस्सिटेंट इंजीनियर और 10 स्कूल मैनेजर तथा झारखंड भवन नई दिल्ली तथा मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग में 6 को नियुक्ति पत्र प्रदान कर उन्हें सरकार के अभिन्न अंग के रूप में जुड़ने के लिए शुभकामनाएं दी। वहीं, नेतरहाट आवासीय विद्यालय की तर्ज पर चाईबासा के खूंटपानी, बोकारो के नवाडीह और दुमका के मसलिया में विद्यालय भवन का ऑनलाइन शिलान्यास कर झारखंड को उत्कृष्ट शिक्षा केंद्र के रूप में विकसित करने का संकल्प दोहराया।
समारोह उस वक्त और विशेष बन गया, जब मुख्यमंत्री ने विद्यालय प्रमाणीकरण में स्वर्ण स्थान प्राप्त करने वाले 60 विद्यालयों, जैक, सीबीएसई, आईसीएसई के वर्ष 2023 एवं वर्ष 2024 में 10 वीं तथा 12 वीं बोर्ड परीक्षा और झारखंड ओलंपियाड - 2023 के टॉपर्स को सम्मानित कर उनके हौसले, उत्साह और मनोबल को बढ़ाते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
मुख्यमंत्री ने नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों से कहा कि आज से आप सरकार के एक अभिन्न अंग के रूप में जुड़ रहे हैं। राज्य के सर्वांगीण विकास का पहिया आप बन रहे है। मुझे पूरा विश्वास है कि आप अपने कार्यों से राज्य को बेहतर दिशा देने में अहम भूमिका निभाएंगे। मुख्यमंत्री ने मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित करते हुए कहा कि आपको आज पुरस्कार नहीं प्रोत्साहन राशि मिल रहा है। ताकि, आप आगे अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सकें। पहले इसका दायरा काफी सीमित था, लेकिन अब इसमें जैक के अलावा सभी अन्य सभी बोर्ड के टॉपर्स को भी शामिल कर उन्हें पुरस्कृत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य अपने मेधावी विद्यार्थियों की शिक्षा को नई दिशा देना है।