Edited By Diksha kanojia, Updated: 23 Feb, 2021 11:46 AM
सोरेन ने राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में कहा कि राज्य में हो रहे दुर्घटनाओं में 18 से 35 वर्ष के बीच के युवा जान गवां रहें हैं, जो चिंतनीय है। इस पर ध्यान केंद्रित करना है और इसका समाधान ढूंढना है। उन्होंने गति सीमा पर ध्यान देने की जरूरत पर बल...
रांचीः झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लोगों से दो पहिया वाहन चलाते समय हेलमेट का उपयोग करने की अपील करते हुए सोमवार को कहा कि प्रदेश में सड़क हादसों को रोकने के लिए ओवरस्पीड पर विराम आवश्यक है।
सोरेन ने राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में कहा कि राज्य में हो रहे दुर्घटनाओं में 18 से 35 वर्ष के बीच के युवा जान गवां रहें हैं, जो चिंतनीय है। इस पर ध्यान केंद्रित करना है और इसका समाधान ढूंढना है। उन्होंने गति सीमा पर ध्यान देने की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि ओवरस्पीड पर विराम आवश्यक है। इससे सड़क हादसों को रोकने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि राज्य सड़क सुरक्षा परिषद के आंकड़ों की माने तो राज्य में विभिन्न सड़क हादसों में प्रतिदिन औसतन दस लोग जान गंवाते हैं। जान गंवाने वालों में से दस प्रतिशत पैदल चलने वाले और सात प्रतिशत साइकिल सवार हैं। वर्ष 2020 की स्थिति पर गौर करें तो कुल 4377 सड़क दुर्घटनाएं हुई, जिसमें 3303 लोग घायल हुए और 3044 लोगों ने जान गवाई है।
सोरेन ने कहा कि 92 प्रतिशत दुर्घटना सिर्फ ओवर स्पीड की वजह से हुईं। दो प्रतिशत दुर्घटनाएं नशे में, गलत दिशा में वाहन चलाने से चार प्रतिशत, वाहन चलाते समय मोबाइल का उपयोग करने और लाल बत्ती क्रॉस करने पर एक प्रतिशत लोग हादसे के शिकार हुए हैं। वर्ष 2020 में सड़क दुर्घटना के मामले में खूंटी पहला, रांची दूसरा और गुमला तीसरा स्थान रखता है, जबकि गोड्डा, पाकुड़ और साहिबगंज में सबसे कम सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं।