Edited By Khushi, Updated: 19 Nov, 2024 11:51 AM
झारखंड की 81-सदस्यीय विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण में 38 सीट के लिए होने वाले मतदान के वास्ते सोमवार को प्रचार अभियान समाप्त हो गया। राज्य में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो)-नीत विपक्षी ‘इंडिया' गठबंधन का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी...
रांची: झारखंड की 81-सदस्यीय विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण में 38 सीट के लिए होने वाले मतदान के वास्ते सोमवार को प्रचार अभियान समाप्त हो गया। राज्य में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो)-नीत विपक्षी ‘इंडिया' गठबंधन का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के साथ है। वहीं, पहले चरण का मतदान 13 नवंबर को संपन्न हुआ था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सहित दोनों खेमों के स्टार प्रचारकों ने चुनाव प्रचार के दौरान अपने-अपने पार्टी उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया। झारखंड की जिन 38 सीट पर चुनाव होने हैं, उनमें से 18 सीट संथाल परगना क्षेत्र के अंतर्गत आती हैं, जिसमें छह जिले शामिल हैं।
दूसरे चरण में बुधवार को होने वाले मतदान में 60.79 लाख महिलाओं और 147 तृतीय लिंग मतदाताओं सहित कुल 1.23 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। इस चरण में कुल 528 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 472 पुरुष, 55 महिलाएं और एक तृतीय लिंग की हैं। इस चरण में मतदाता जिन प्रमुख उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे, उनमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, उनकी पत्नी कल्पना सोरेन (दोनों झामुमो से), उनकी भाभी सीता सोरेन (भाजपा), भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो (झामुमो), ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) पार्टी के अध्यक्ष सुदेश महतो और निवर्तमान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी (भाजपा) शामिल हैं। अंतिम चरण में जिन 38 सीट पर मतदान होगा उनमें आठ अनुसूचित जनजातियों के लिए और तीन अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षित हैं। निर्वाचन आयोग ने इस चरण के लिए ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में कुल 14,218 मतदान केंद्र बनाए हैं। झारखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के. रवि कुमार ने बताया कि मतदान की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मतदान कर्मियों को मंगलवार को मतदान केंद्रों पर रवाना कर दिया जाएगा। आयोग के मुताबिक, दूसरे चरण में 20 नवंबर को सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक मतदान होगा। हालांकि, 31 बूथों पर मतदान शाम चार बजे समाप्त हो जाएगा, परंतु इस अवधि तक कतार में खड़े सभी मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करने की अनुमति होगी।
कुमार ने बताया कि 239 मतदान केंद्रों पर पूरी मतदान प्रक्रिया की जिम्मेदारी महिलाओं के हाथों में होगी। उन्होंने बताया कि 22 मतदान केंद्रों पर दिव्यांग कर्मी मतदान संपन्न कराएंगे। उन्होंने कहा कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से अब तक कुल 196 करोड़ रुपये मूल्य की अवैध सामग्री और नकदी जब्त की गई है। राज्य में विपक्षी राजग और सत्तारूढ़ ‘इंडिया' गठबंधन दोनों ने ही आगामी चुनाव में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया है। राजग ने जहां घुसपैठ, भ्रष्टाचार और घोटाले का मुद्दा पुरजोर तरीके से उठाया, वहीं ‘इंडिया' गठबंधन ने अपने प्रचार को आदिवासी अधिकारों और कल्याण के मुद्दों और उन्हें कैसे परेशान किया जा रहा है, इस पर केंद्रित किया। माना जा रहा है कि मतदान को प्रभावित करने वाले कारकों में भाजपा की केंद्रीय कल्याणकारी योजनाएं और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा सोरेन की गिरफ्तारी तथा उसके बाद मिली जमानत शामिल हैं। राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन का दावा है कि गिरफ्तारी राजनीति से प्रेरित थी, क्योंकि सोरेन को कथित भूमि धोखाधड़ी से जुड़े धनशोधन मामले में हिरासत में लिया गया था। पिछले विधानसभा चुनाव (2019) में मुकाबला कांटे का रहा था। झामुमो ने 30 सीट पर जीत दर्ज की थी, जबकि भाजपा के खाते में 25 सीट आई थीं, जो 2014 में मिले 37 सीट से कम थीं। झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन ने 47 सीट के साथ गठबंधन सरकार बनाई थी।