Edited By Swati Sharma, Updated: 07 Aug, 2024 04:56 PM
बिहार में अगले साल (2025) विधानसभा का चुनाव होना है। चुनाव से पहले जाने-माने चुनावी रणनीतिकार और जन सुराज अभियान के संस्थापक प्रशांत किशोर (पीके) ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव का मुकाबला जन सुराज और एनडीए के बीच होगा।...
पटना: बिहार में अगले साल (2025) विधानसभा का चुनाव होना है। चुनाव से पहले जाने-माने चुनावी रणनीतिकार और जन सुराज अभियान के संस्थापक प्रशांत किशोर (पीके) ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव का मुकाबला जन सुराज और एनडीए के बीच होगा। जेडीयू वह टायर है, जो पहले ही पंचर हो चुका है।
'नीतीश कुमार की राजनीतिक यात्रा अपने अंतिम चरण में'
दो साल से बिहार के गांव गांव घूम रहे, प्रशांत किशोर ने कहा कि इन दो सालों में मैंने यह आकलन किया है कि लोगों का एक बड़ा हिस्सा, लगभग 100% लोग जो भाजपा, जेडीयू, आरजेडी या किसी भी राजनीतिक प्रतिष्ठान से जुड़े हैं, बिहार में बदलाव चाहते हैं। वे जन सुराज को एक अवसर के रूप में देखते हैं कि वे साथ मिलकर एक पार्टी बना सकते हैं खुद को गिरमिटिया मजदूरों की स्थिति से मुक्त करने के लिए। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की राजनीतिक यात्रा अपने अंतिम चरण में है। जब वे राजनीति से भाग गए थे, तो उनके नेता मदद मांगने मेरे पास आए थे। अगर मैंने उनकी मदद नहीं की होती, तो मुझे नहीं पता कि आज नीतीश कुमार और जेडीयू कहां होते।
'आरजेडी ने अपने दम पर कोई चुनाव नहीं जीता'
पीके ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव का मुकाबला जन सुराज और एनडीए के बीच होगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी पर सवाल खड़े करते हुए पीके ने कहा कि जेडीयू वह टायर है, जो पहले ही पंचर हो चुका है। वहीं, आरजेडी पर तंज करते हुए पीके ने कहा कि इस सदी में, आरजेडी ने अपने दम पर कोई चुनाव नहीं जीता है। मुस्लिम आरजेडी के लिए ईंधन हैं, लेकिन अब वे (मुसलमान) समझ गए हैं कि अगर किसी पार्टी ने उनका सबसे ज्यादा शोषण और विश्वासघात किया है, तो वह आरजेडी है।
बता दें कि प्रशांत किशोर ने कहा था कि उनका ‘जन सुराज' अभियान दो अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर एक राजनीतिक पार्टी बन जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि उनका नया राजनीतिक दल बिहार में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेगा।