Edited By Harman, Updated: 03 Dec, 2024 01:54 PM
र्नाटक के हासन जिले में अपनी पहली तैनाती को लेकर कार्यभार संभालने जा रहे आईपीएस अधिकारी हर्षवर्धन सिंह की बीते रविवार (01 दिसंबर) को सड़क हादसे में मौत हो गई थी। घटना के बाद उनके पार्थिव शरीर को बिहार में उनके पैतृक गांव लाया गया, जहां वह पंचतत्व...
सहरसा: कर्नाटक के हासन जिले में अपनी पहली पोस्टिंग को लेकर कार्यभार संभालने जा रहे आईपीएस अधिकारी हर्षवर्धन सिंह की बीते रविवार (01 दिसंबर) को सड़क हादसे में मौत हो गई थी। घटना के बाद उनके पार्थिव शरीर को बिहार में उनके पैतृक गांव लाया गया, जहां वह पंचतत्व में विलीन हो गए। आईपीएस अधिकारी हर्षवर्धन सिंह को आज यानी मंगलवार को ओपी थाना क्षेत्र के फतेहपुर पड़रिया गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। हर्षवर्धन के छोटे भाई आनंद वर्धन ने मुखाग्नि दी। अंतिम विदाई देने से पहले सलामी दी गई।
सहरसा जिला पुलिस द्वारा उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। गांव के लोगों के अलावा पूरे जिले के सैकड़ों लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए। इस दौरान कोसी प्रक्षेत्र के डीआईजी मनोज कुमार, सहरसा एसपी हिमांशु, सिमरी बख्तियारपुर एसडीपीओ मुकेश कुमार ठाकुर, सदर एसडीओ प्रदीप कुमार झा सहित कई प्रशासनिक अधिकारी अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे।
बता दें कि वे मूल रूप से बिहार के सहरसा जिले के रहने वाले थे। सहरसा जिले के फतेपुर में उनका पैतृक निवास है। उनके पिता अखिलेश सिंह सिंगरौली जिले की देवसर तहसील में बतौर एसडीएम कार्यरत हैं। जिस वजह से माता-पिता सिंगरौली में ही रहते हैं। गौरतलब है कि बिहार के सहरसा जिले के फतेपुर के मूल निवासी हर्षवर्धन ने IPS में शामिल होने से पहले इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। उन्होंने 2023 में अपने पहले प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में 153वीं रैंक हासिल की थी और उन्हें कर्नाटक कैडर सौंपा गया था। ज्ञात हो कि बीते रविवार (01 दिसंबर) को कर्नाटक के हिसाल से दस किलोमीटर की दूरी पर कार का टायर फटने से वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया और आईपीएस हर्षवर्धन की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।