Edited By Swati Sharma, Updated: 13 Dec, 2025 06:14 PM

Buxar News: बिहार के बक्सर जिले में इंसानियत और भाईचारे की मिसाल देखने को मिली है, जो पूरे प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश के लिए प्रेरणा बन गई है। दरअसल, एक हिंदू परिवार ने अपने इकलौते बेटे की मौत के बाद मुस्लिम समाज को एक बीघा जमीन कब्रिस्तान के लिए दान...
Buxar News: बिहार के बक्सर जिले में इंसानियत और भाईचारे की मिसाल देखने को मिली है, जो पूरे प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश के लिए प्रेरणा बन गई है। दरअसल, एक हिंदू परिवार ने अपने इकलौते बेटे की मौत के बाद मुस्लिम समाज को एक बीघा जमीन कब्रिस्तान के लिए दान में दे दी। वहीं, अब इस कदम की पूरे जिले में चर्चा हो रही है।
सड़क हादसे में हुई थी बेटे की मौत
जानकारी के मुताबिक, मामला जिले के चौसा प्रखंड के डेवी डीहरा गांव का है। डेवी डीहरा गांव निवासी जनार्दन सिंह ने अपने इकलौते बेटे शिवम कुमार (25) की दुखद मौत के बाद ये फैसला लिया। बताया जा रहा है कि शिवम देहरादून में तीन फैक्ट्रियां चला रहा था। 18 नवंबर को वह दफ्तर के कार्य से अपनी बाइक पर जा रहा था। इसी दौरान एक तेज रफ्तार कार ने उसकी बाइक को टक्कर मार दी। इस हादसे में शिवम की मौके पर ही मौत हो गई थी। अचानक मिली बेटे की मौत की खबर ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया। पूरा परिवार सदमे में है। इसी गहरे दुख की घड़ी में परिवार ने परिवार ने ऐसा फैसला लिया कि जिसने सभी को भावुक कर दिया।
जानें क्या बोले जनार्दन सिंह?
वहीं, बेटे की मौत के बाद पिता जनार्दन सिंह ने उसकी स्मृति को स्थाई बनाने के लिए मुसलमानों को एक बीघा जमीन कब्रिस्तान के लिए दान दे दी। उनका कहना है कि गांव के मुस्लिम समाज को शव दफनाने में काफी कठिनाईयां होती थी। इतना ही नहीं, उनको शव को दूसरे गांव ले जाना पड़ता था। इसलिए हमने मुसलमानों को एक बीघा जमीन कब्रिस्तान के लिए दान दे दी। वहीं, अब इस कदम की पूरे जिले में चर्चा हो रही है।