Edited By Swati Sharma, Updated: 08 Jun, 2024 04:27 PM
![modi s claim of crossing 400 fell flat on its face](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_6image_16_26_027124554untitled-13-ll.jpg)
भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने आज पटना में कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 का जनादेश मोदी सरकार के खिलाफ है। जनादेश की दिशा संविधान, लोकतंत्र तथा जनकल्याण की नीतियों के पक्ष में है। 400 पार का मोदी का दावा औंधे मुंह गिरा है। उत्तर...
पटना: भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने आज पटना में कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 का जनादेश मोदी सरकार के खिलाफ है। जनादेश की दिशा संविधान, लोकतंत्र तथा जनकल्याण की नीतियों के पक्ष में है। 400 पार का मोदी का दावा औंधे मुंह गिरा है। उत्तर प्रदेश, जिसे मोदी-शाह और योगी अपना गढ़ मानते रहे हैं, वहां से भारतीय जनता पार्टी को गहरा झटका लगा है।
'देश ने कह दिया है कि मोदी और अमित शाह की तानाशाही नहीं चाहिए'
माले महासचिव ने आगे कहा कि हालांकि जनादेश की तीव्रता में कमी रही। भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर आई और केंद्र में एनडीए की सरकार बन रही है। लेकिन इतना स्पष्ट है देश ने कह दिया है कि मोदी और अमित शाह की तानाशाही नहीं चाहिए। अलोकतांत्रिक तरीके से सदन चलाने वाले ओम बिरला जैसे लोकसभा अध्यक्ष भी नहीं चाहिए। एनडीए जनादेश का कितना सम्मान करेगा, यह तो आने वाला वक्त बताएगा लेकिन इंडिया गठबंधन जनादेश की भावना को आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह एकजुट और कृत संकल्प है। माले महासचिव ने यह भी कहा बिहार में तीन लोकसभा क्षेत्र में दो पर हमने जीत हासिल की। एक विधानसभा उपचुनाव में भी हम विजयी रहे। नालंदा में कड़े मुकाबले में रहे, लेकिन चुनाव परिणाम हमारी आशा के अनुरूप नहीं है। चुनाव परिणाम 2020 के बिहार विधानसभा के इर्द गिर्द होना चाहिए था। कायदे से इंडिया गठबंधन को 20 सीट जितनी चाहिए थी। इसकी एक गंभीर समीक्षा की जरूरत है।
'नीट के भी रिजल्ट में खुलकर धांधली सामने आई'
आगे दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि चुनाव के दौरान ही एग्जिट पोल एक बड़े घोटाला के रूप मे उभर कर सामने आया है। अदानी के चैनल में जाकर प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह ने एग्जिट पोल की आड़ में शेयर खरीदने की अपील की। इससे साफ जाहिर होता है की एग्जिट पोल भी पूरी तरह प्रायोजित था लेकिन 4 जून के बाद उसमें जबरदस्त रूप से गिरावट और छोटे निवेशकों को तकरीबन 30 लाख करोड़ के भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। यह कुछ और नहीं बल्कि एक चरम घोटाला है। नीट के भी रिजल्ट में खुलकर धांधली सामने आई है। इतने लोग कैसे टॉपर बन गए, यह गंभीर जांच जांच का विषय है। शेयर बाजार की धांधली और छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर एनडीए अपनी यात्रा शुरू कर रही है।
'एनडीए की सरकार में जेडीयू और टीडीपी की बड़ी भूमिका'
वहीं, एनडीए सरकार पर हमला करते हुए दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि एनडीए की सरकार में जेडीयू और टीडीपी की बड़ी भूमिका है, लेकिन एनडीए की बैठक में नीतीश कुमार ने जिस प्रकार की बातें कहीं वह बहुत ही चिंताजनक है। हम उम्मीद करते हैं कि जेडीयू अपने मुद्दों पर अडिग रहेगा। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा और जाति जनगणना के सवाल पर नीतीश कुमार को मोदी की गारंटी लेनी चाहिए थी, लेकिन पता नहीं नीतीश कुमार इस पर क्या करेंगे?