Edited By Harman, Updated: 12 Dec, 2024 02:46 PM
झारखंड के गुमला जिले में रहने वाला एक परिवार अपने दो बच्चों को जंजीर में बांधने के लिए मजबूर है। दरअसल दोनों बच्चे मानसिक रूप से अस्वसथ है। खराब मानसिक स्थिति के चलते गांव में घूम-घूम के लोगों के सामान की तोड़-फोड़ करते हैं। जिस वजह से मजबूर होकर...
गुमला: झारखंड के गुमला जिले में रहने वाला एक परिवार अपने दो बच्चों को जंजीर में बांधने के लिए मजबूर है। दरअसल दोनों बच्चे मानसिक रूप से अस्वसथ है। खराब मानसिक स्थिति के चलते गांव में घूम-घूम के लोगों के सामान की तोड़-फोड़ करते हैं। जिस वजह से मजबूर होकर मां-बाप अपने बच्चों को जंजीरों में बांधकर रखते हैं ताकि वो घर से बाहर न निकले।
जानकारी के मुताबिक घाघरा प्रखंड के बनियाडीह गांव के लक्ष्मण लोहरा और उसकी पत्नी पोको देवी का 30 वर्षीय बेटा सुधीर लोहरा और 23 वर्षीय बेटी बालमति कुमारी जन्म से मानसिक रूप से विक्षिप्त हैं। घरवालों ने दोनों का कई बार इलाज कराया, लेकिन वो ठीक न हो सके। इलाज में परिवार की आर्थिक स्थिति भी खराब हो गई, जिसके चलते अब परिवार संदीप का इलाज का खर्च वहन करने में असमर्थ है। पीड़ित मां-बाप का कहना है कि मजबूरन अपने ही बच्चों को जंजीरों में जकड़कर रखना पड़ रहा है।
पिता ने बताया कि मुख्यमंत्री से भी इलाज के लिए गुहार लगाई थी जिसके बाद राजधानी रांची के कांके स्थित रिनपास में इनका इलाज हुआ। दो दिन रखने के बाद वहां से दवा देकर घर भेज दिया गया। पिता ने बताया कि उन्होंने कहा कि यहां आंशिक विक्षिप्त का इलाज होता है। पूर्ण विक्षिप्त का इलाज नहीं होता। पीड़ित बच्चों के मां-बाप ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई। मां-बाप का कहना है कि हमारे मानसिक रूप से विक्षिप्त बच्चों का इलाज हो, नही तो फिर हमारे छोटे बेटे के लिए कोई रोजगार की व्यवस्था की जाए ताकि अपने दोनों बच्चों को पाल सके।