Edited By Ramanjot, Updated: 04 Aug, 2024 05:34 PM
सम्राट चौधरी ने कहा कि मूर्खों को जवाब नहीं दिया जाता है। यह लोग मूर्ख हैं...हमारे रोम रोम में भगवान राम हैं, जिनको जो बोलना है बोलने दीजिए। इस भारत की संस्कृत में भगवान राम है और जो सनातन विरोधी है जो अषुरी शक्ति से मिले हैं, वह इस तरह का बयान देते...
पटना (अभिषेक कुमार सिंह): डीएमके नेता एसएस शिवशंकर ने प्रभु श्रीराम के अस्तित्व पर सवाल उठा दिया है, जिसे लेकर सियासी बवाल मच गया है। शिवशंकर ने कहा था कि भगवान राम के अस्तित्व का कोई सबूत नहीं है। वहीं उनके इस बयान पर बिहार के डिप्टी सीएम ने पलटवार किया है।
"हमारे रोम रोम में भगवान राम हैं"
सम्राट चौधरी ने कहा कि मूर्खों को जवाब नहीं दिया जाता है। यह लोग मूर्ख हैं...हमारे रोम रोम में भगवान राम हैं, जिनको जो बोलना है बोलने दीजिए। इस भारत की संस्कृत में भगवान राम है और जो सनातन विरोधी है जो अषुरी शक्ति से मिले हैं, वह इस तरह का बयान देते हैं। वहीं बिहार के सीएमओ को आए ईमेल पर सम्राट ने कहा कि मुख्यमंत्री जी पूरी तरह सुरक्षित हैं बिहार की सरकार पूरी तरह मुख्यमंत्री की सुरक्षा करेगा।
भगवान राम के अस्तित्व का कोई साक्ष्य नहींः डीएमके नेता शिवशंकर
बता दें कि चोल सम्राट राजेंद्र चोल की जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में डीएमके नेता शिवशंकर ने कहा कि कहा जाता है कि अयोध्या के राम मंदिर का 3000 साल पुराना इतिहास है। भगवान राम 3000 साल पहले यहां रहते थे लेकिन उनके अस्तित्व का कोई साक्ष्य नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर राम अवतार होते तो उनका जन्म नहीं हो सकता था, अगर उनका जन्म हुआ तो वे भगवान नहीं हो सकते थे। हमारे पास भगवान राम के इतिहास को खोजने के लिए कोई प्रमाण नहीं है।