विपक्षी दलों की बैठक से पहले बिहार कांग्रेस अध्यक्ष बोले- चेहरे का मुद्दा महत्वपूर्ण नहीं..साझा न्यूनतम कार्यक्रम के साथ बढ़ना होगा आगे

Edited By Ramanjot, Updated: 22 Jun, 2023 05:11 PM

bihar congress president said before the meeting of opposition parties

Opposition meeting: अखिलेश सिंह ने दावा किया कि जब विपक्षी दल एकजुट होकर अगले साल होने वाले आम चुनाव लड़ेंगे तो भारतीय जनता पार्टी 100 से भी कम सीटों पर सिमट जाएगी। बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष का यह बयान वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा...

Opposition meeting: कांग्रेस की बिहार इकाई के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं की बैठक से एक दिन पहले गुरुवार को कहा कि लोकसभा चुनाव में विपक्ष की तरफ से प्रधानमंत्री पद का चेहरा घोषित करने का मुद्दा महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि यह जरूरी है कि विपक्षी पार्टियां जल्द एक साझा न्यूनतम कार्यक्रम तैयार करें और इसके आधार पर आगे बढ़ें। उनका यह भी कहना था कि ‘‘भारतीय जनता पार्टी-राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ''  को सत्ता से हटाने के बाद नेतृत्व के सवाल को सामूहिक रूप से सुलझाया जा सकता है। 

"100 से भी कम सीटों पर सिमट जाएगी BJP"
अखिलेश सिंह ने दावा किया कि जब विपक्षी दल एकजुट होकर अगले साल होने वाले आम चुनाव लड़ेंगे तो भारतीय जनता पार्टी 100 से भी कम सीटों पर सिमट जाएगी। बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष का यह बयान वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा-विरोधी मोर्चे की रूपरेखा तैयार करने के लिए विपक्षी दलों के शीर्ष नेताओं की शुक्रवार को होने वाली अहम बैठक से पहले आया है। अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी विपक्षी एकता का मुख्य स्तंभ है और यहां होने जा रही बैठक एवं आगे अन्य बैठकों में राजनीतिक दलों के बीच छोटे-मोटे मतभेदों को दूर कर लिया जाएगा। उन्होंने विपक्षी दलों की बैठक के संदर्भ में कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि सभी नेता साथ बैठेंगे, आगे बढ़ने के लिए सौहार्दपूर्ण समाधान निकलेगा।'' 

"PM पद के लिए चेहरा तय करना प्राथमिकता नहीं"
विपक्ष के पास प्रधानमंत्री पद के लिए कोई चेहरा नहीं होने संबंधी भाजपा की आलोचना के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा, ‘‘मैं आपको 2004 में ले जाना चाहूंगा, जब मनमोहन सिंह हमारे प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं थे और कांग्रेस ने प्रधानमंत्री पद के चेहरे के बिना एक गठबंधन के साथ भाजपा को हराया था और जब (अटल बिहारी) वाजपेयी हार गए तो मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री बने और 10 साल लगातार इस पद पर रहे।'' उन्होंने कहा कि (प्रधानमंत्री पद के लिए) चेहरा बहुत महत्वपूर्ण नहीं है, सभी विपक्षी दल एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे। राज्यसभा सदस्य सिंह ने कहा, ‘‘हमें विश्वास है कि भाजपा 100 से भी कम सीटों पर सिमट जाएगी।'' सिंह के मुताबिक, फिलहाल प्रधानमंत्री पद के लिए चेहरा तय करना प्राथमिकता नहीं है। उनका कहना है कि भाजपा इस आधार पर सोच सकती है, लेकिन कांग्रेस ने कर्नाटक में भी इस रणनीति पर अमल नहीं किया और वहां बिना चेहरा घोषित किए चुनाव लड़ा। 

 

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