Edited By Nitika, Updated: 15 Nov, 2020 06:22 PM
बिहार में आज जहां एक तरफ विधायक दल की बैठक में नीतीश कुमार को सर्वसम्मति से एनडीए का नेता स्वीकार कर लिया गया है, वहीं दूसरी तरफ डिप्टी सीएम पर अभी भी सस्पेंस बरकरार है।
पटनाः बिहार में आज जहां एक तरफ विधायक दल की बैठक में नीतीश कुमार को सर्वसम्मति से एनडीए का नेता स्वीकार कर लिया गया है, वहीं दूसरी तरफ डिप्टी सीएम पर अभी भी सस्पेंस बरकरार है। वहीं सुशील मोदी ने उपमुख्यमंत्री पद से अपनी दावेदारी छोड़ दी है लेकिन भाजपा उन्हें राज्यसभा भेजकर केंद्र में मंत्री बना सकती है।
सूत्रों के अनुसार, नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए की नई सरकार में अभी तक उपमुख्यमंत्री बनना तय नहीं हुआ है। ऐसे में राजनीतिक गलियारों से यह खबर सामने आ रही है कि भाजपा सुशील मोदी को दिवंगत रामविलास पासवान की जगह राज्यसभा भेजकर केंद्र में मंत्री बना सकती है। इस फैसले पर पार्टी ने अभी तक मुहर नहीं लगाई है। हालांकि नीतीश कुमार सुशील मोदी को ही बिहार के उपमुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। वहीं भाजपा के कई दिग्गज भी सुशील मोदी को फिर से डिप्टी सीएम के तौर पर नहीं देखना चाहते थे। पार्टी के कई विधायक भी सुशील मोदी के खिलाफ थे।
बता दें कि कटिहार से भाजपा के विधायक तारकिशोर प्रसाद को सुशील मोदी की जगह पार्टी विधानमंडल दल का नेता चुना गया है। सुशील कुमार मोदी ने दुखी मन से इस बार अपनी दावेदारी छोड़ने के बाद कहा कि कार्यकर्ता का पद उनसे कोई छीन नहीं सकता।