Edited By Swati Sharma, Updated: 04 Aug, 2024 06:46 PM
डीएमके नेता एसएस शिव शंकर के भगवान श्रीराम पर दिए विवादित बयान पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि डीएमके और उनके नेता का यही काम है। ये सनातन को डेंगू मलेरिया कहने वाले लोग हैं। प्रभु श्री राम के अस्तित्व पर...
पटना(अभिषेक कुमार सिंह): डीएमके नेता एसएस शिव शंकर के भगवान श्रीराम पर दिए विवादित बयान पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि डीएमके और उनके नेता का यही काम है। ये सनातन को डेंगू, मलेरिया कहने वाले लोग हैं। प्रभु श्री राम के अस्तित्व पर सवाल उठा रहे हैं ये लोग।
केंद्र सरकार वक्फ बोर्ड के 'असीमित' अधिकारों पर लगाम लगाना चाहती है। सरकार बोर्ड के उस अधिकार को कम करना चाहती है, जिसके तहत वो किसी भी संपत्ति को 'वक्फ संपत्ति' घोषित करके उस पर नियंत्रण कर सकती है। वहीं, इसपर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए चिराग पासवान ने कहा कि अभी यह जानकारी सामने नहीं आई है। पहले एक बार जानकारी आ जाए कि किन-किन चीजों में बदलाव किया जा रहा है। एक बार पूरी चीजों को पढ़ लिया जाए उसके बाद पार्टी अपना रूख रखेगी।
'सुप्रीम कोर्ट की जो ऑब्जरवेशन है उस पर हमारी भी असहमति है'
वहीं, SC-ST में क्रीमी लेयर के बारे में सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी पर चिराग पासवान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की जो ऑब्जरवेशन है उस पर हमारी भी असहमति है और इस असहमति को हमने प्रमुखता से दर्ज किया है। इस बात से हम स्पष्ट हैं कि अनुसूचित जाति का आधार छुआछूत है। इसका शैक्षणिक या आर्थिक आधार नहीं है। ऐसे में इसमें क्रिमी लेयर का कोई प्रावधान नहीं हो सकता क्योंकि आज भी उदाहरण एक दलित युवक का दिया जाता है जिसे घोड़ी चढ़ने से रोका जाता है... कई ऐसे बड़े नाम हैं, जो बड़े पदों पर हैं लेकिन उनके भी मंदिर में जाने के बाद मंदिर को गंगा जल धुलवाया जाता है तो आज भी भेदभाव छुआछूत के आधार पर होता है... हम यानि लोजपा(रामविलास) इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका भी दाखिल करने वाली है।