Edited By Ramanjot, Updated: 30 Jan, 2022 11:04 AM
मंगल पांडेय ने शनिवार को कहा कि कोविड काल में स्वास्थ्य उपकेंद्रों एवं हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर नियोजित सीएचओ एवं उनके पोषक क्षेत्रों में कार्यरत एएनएम और आशा को मानदेय के अलावा अतिरिक्त इंसेंटिव देने का फैसला लिया गया है। यह इंसेंटिव सीएचओ के लिए...
पटनाः बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि कोरोना काल में बेहतरीन कार्य के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी (सीएचओ), एएनएम और आशा कार्यकताओं को मानदेय के अलावा अतिरिक्त राशि दी जाएगी।
मंगल पांडेय ने शनिवार को कहा कि कोविड काल में स्वास्थ्य उपकेंद्रों एवं हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर नियोजित सीएचओ एवं उनके पोषक क्षेत्रों में कार्यरत एएनएम और आशा को मानदेय के अलावा अतिरिक्त इंसेंटिव देने का फैसला लिया गया है। यह इंसेंटिव सीएचओ के लिए प्रदर्शन आधारित होगी, जिसकी अधिकतम राशि 15 हजार रुपए है। वहीं, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर और उसके पोषक क्षेत्र में कार्यरत एएनएम एवं आशा को टीम आधारित इंसेंटिव दिया जाएगा, जिसकी अधिकतम राशि क्रमश: 15 सौ तथा एक हजार रुपए है।
मंत्री ने कहा कि इस संबंध में पत्र के द्वारा सभी सिविल सर्जन को सूचित भी किया जा चुका है। कोविड काल में आशा और एएनएम ने काफी अच्छा काम किया है। यह हमारे स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ हैं। उन्होंने कहा कि सभी आशा और एएनएम ने कोविड टीकाकरण के लिए चलाए गए हर घर दस्तक कार्यक्रम और कोविड के प्रति जागरूकता में भी अहम भूमिका निभायी है। पांडेय ने कहा कि राज्य के सभी सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया है कि वह अपने स्तर से संबंधित कर्मियों एवं पदाधिकारियों को कोविड से संबंधित कार्य करने के एवज में अक्टूबर 2021 से मार्च 2022 तक प्रतिमाह का प्रदर्शन आधारित या टीम आधारित इंसेंटिव की राशि स्वास्थ्यकर्मी तक सुनिश्चित कराएं।