Edited By Ramanjot, Updated: 27 Feb, 2021 03:57 PM
शताब्दी भवन के उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोगों को न्याय दिलाने के लिए सरकार की ओर से न्यायपालिका की जरूरतों को पूरा करने का वचन दिया। उन्होंने कहा कि कानून का राज कायम करना सिर्फ सरकार का काम नहीं है, न्यायपालिका की भी बहुत...
पटनाः सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश शरद अरविंद बोबेडे ने शनिवार को पटना उच्च न्यायालय के शताब्दी भवन के उद्घाटन किया। इस मौके पर केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजदू रहे।
शताब्दी भवन के उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोगों को न्याय दिलाने के लिए सरकार की ओर से न्यायपालिका की जरूरतों को पूरा करने का वचन दिया। उन्होंने कहा कि कानून का राज कायम करना सिर्फ सरकार का काम नहीं है, न्यायपालिका की भी बहुत बड़ी भूमिका है। अपराध नियंत्रण के लिए जरूरी है कि ट्रायल का काम तेजी से चलता रहे। उन्होंने कहा कि विधायिका कानून तो बना सकती है लेकिन सबसे बड़ी भूमिका न्यायपालिका की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 में जब उन्हें राज्य में काम करने का मौका मिला तब अपराध के मामले में ट्रायल की पटना उच्च न्यायालय के स्तर पर मॉनीटरिंग की गई और तेजी से ट्रायल हुआ न्यायाधीशगण को जिस जिले की जिम्मेवारी थी उस पर उन्होंने नजर रखा। न्यायालय ने काम किया और अपराधियों को सजा मिलनी शुरू हुई। इससे बिहार में अपराध की घटनाओं में कमी आयी।